मैं अब कुछ और करूंगा: सौरव गांगुली
कोलकाताPublished: Oct 13, 2022 11:16:44 pm
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष पद से रवानगी को लेकर चर्चाओं के बीच सौरव गांगुली ने गुरुवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति प्रशासन में स्थायी तौर पर नहीं रह सकता है। बोर्ड में भी किसी भी पद पर कोई भी शख्स परमानेंट नहीं है। सौरव ने कहा मैं अब कुछ और करने जा रहा हूं


मैं अब कुछ और करूंगा: सौरव गांगुली
हमेशा टीम में नहीं खेल सकते, प्रशासन में नहीं रह सकते
खारिज किया जाना जीवन का हिस्सा
कोलकाता. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष पद से रवानगी को लेकर चर्चाओं के बीच सौरव गांगुली ने गुरुवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति प्रशासन में स्थायी तौर पर नहीं रह सकता है। बोर्ड में भी किसी भी पद पर कोई भी शख्स परमानेंट नहीं है। सौरव ने कहा मैं अब कुछ और करने जा रहा हूं। मेरे क्रिकेट करियर के 15 साल काफी बेहतरीन रहे। मैं पहले कैब अध्यक्ष बना, फिर बीसीसीआई अध्यक्ष बना और अब मैं कुछ और करूंगा। उन्होंने कहा कि आप हमेशा नहीं खेल सकते। हमेशा प्रशासक भी बने नहीं रह सकते, खारिज किया जाना जीवन का हिस्सा है। सिक्के के दोनों पहलू देखना रोचक रहा। आगे कुछ और बड़ा करूंगा। एक प्रशासक के रूप में आपको टीम के लिए बहुत योगदान देना होता है और चीजों को बेहतर बनाना होता है। मैं एक खिलाड़ी होने के नाते इसे समझा। मैंने एक प्रशासक के रूप में अपने समय का पूरा आनंद लिया। वे बंधन बैंक की ओर ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने के कार्यक्रम में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
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खिलाड़ी के रूप में चुनौतियां अधिक
सौरव ने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में चुनौतियां एक प्रशासक के मुकाबले अधिक थी। मैं आठ साल प्रशासन में रहा लेकिन मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर की चुनौतियां अधिक होती हैं। प्रशासक के पास गलतियां सुधारने का समय होता है लेकिन टेस्ट मैच में सुबह ग्लेन मैकग्रा की गेंद पर आप आउट हो गए तो आपके पास सुधार का कोई मौका नहीं है।
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मोदी का उदाहरण दिया
सफलता अर्जित करने के बारे में सौरव ने नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जीवन, उपलब्धियां और तरक्की छोटे छोटे लक्ष्य के बारे में नहीं है। आप एक दिन में सचिन तेंदुलकर, अंबानी या नरेंद्र मोदी नहीं बन सकते। आपको अपना जीवन, समय, दिन, सप्ताह और महीने देने पड़ते हैं। यही सफलता की कुंजी है।
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हर किसी की होती है परीक्षा
गांगुली ने कहा कि मेरे लिए जीवन विश्वास से जुड़ा है। हर किसी की परीक्षा होती है हर किसी को उसके हिस्से का पुरस्कार मिलता है और हर किसी को खारिज भी किया जाता है। यही जीवन चक्र है लेकिन आपको अपनी क्षमता पर विश्वास करना होता है जिससे आप आगे बढ़ते हैं। गांगुली ने भारतीय टीम को आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिये शुभकामना देते हुए कहा कि यह बेहतरीन टीम है और इसमें अपार प्रतिभा है। आप उम्मीद करते हैं कि यह टीम हर समय जीते लेकिन एक खिलाड़ी की चुनौतियां बिल्कुल अलग होती है। इसमें तुलना नहीं हो सकती।
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बतौर प्रशासक ये सुनहरे पल
बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर अपने कार्यकाल के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे यह बहुत अच्छा लगा। पिछले तीन साल में कई अच्छी चीजें हुई। कोरोना काल में आईपीएल हुआ जो पूरे देश के लिए कठिन समय था। प्रसारण अधिकार रिकॉर्ड दाम पर बिके। अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता। काश महिला टीम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीत पाती। टीम ऑस्ट्रेलिया को हरा सकती थी। सीनियर टीम आस्ट्रेलिया में जीती। बतौर प्रशासक ये सुनहरे पल थे।