कोलकाता.हावड़ा फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 19 अगस्त से अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। हड़ताल का आह्वान ट्रक ऑपरेटर से राष्ट्रीय संगठनों ने किया है। एसोसिएशन की छह सूत्रीय मांगों में पुलिसिया अत्याचार बंद करना, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम में हुई वृद्धि पर रोक, पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना, आरटीओ- पुलिस की वसूली बंद करना, लोडिंग प्वाइंट से ओवर लोडिंग बंद करना शामिल है।
इससे पहले शनिवार को ऑल इंडिया मोटर कांग्रेस के एसके मित्तल, कोलकाता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सुनील अग्रवाल, पोस्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के संजय उपाध्याय, फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सजल घोष व प्रबीर चटर्जी की मौजूदगी में हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया।
केन्द्र सरकार ने बढ़ाई क्षमता, राज्य मानने को तैयार नहीं
फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रबीर चटर्जी ने बताया कि केन्द्र सरकार ने छह ***** मालवाही ट्रक पर 16.5 टन सामान लादने की क्षमता को बढ़ा कर 18.5 टन कर दिया है। राज्य में केन्द्र के निर्देश नहीं माने जा रहे हैं। राज्य की एजेंसियां बढ़ी हुई क्षमता के मालवाही वाहनों पर ओवर लोडिंग का केश दर्ज कर रही हैं। एसोसिएशन से जुड़े पिन्टु उपाध्याय ने बताया कि राज्य में मालवाही वाहनों पर पुलिस का अत्याचार सारी सीमाएं लांघ चुका है। पश्चिम बंगाल में ट्रक चालकों पर सबसे ज्यादा अत्याचार किया जा रहा है।
फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के प्रबीर चटर्जी ने बताया कि केन्द्र सरकार ने छह ***** मालवाही ट्रक पर 16.5 टन सामान लादने की क्षमता को बढ़ा कर 18.5 टन कर दिया है। राज्य में केन्द्र के निर्देश नहीं माने जा रहे हैं। राज्य की एजेंसियां बढ़ी हुई क्षमता के मालवाही वाहनों पर ओवर लोडिंग का केश दर्ज कर रही हैं। एसोसिएशन से जुड़े पिन्टु उपाध्याय ने बताया कि राज्य में मालवाही वाहनों पर पुलिस का अत्याचार सारी सीमाएं लांघ चुका है। पश्चिम बंगाल में ट्रक चालकों पर सबसे ज्यादा अत्याचार किया जा रहा है।