—-मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा उधर पल्लवी ने जापान की फ्लाइट रवाना होने से पहले पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमलोगों को काफी मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा। वीजा न मिलने पर बार-बार टिकट कैंसिल कराने से पैसे बहुत खर्च हुए। साथ ही पहले राउंड के मैच मिस करने का काफी मलाल है। पल्लवी ने जीत के प्रति आश्वस्त होते हुए सवालों के जवाब में कहा कि जापान में ७ जुलाई को भारतीय टीम बेहतर प्रदर्शन कर लहराएगी तिरंगा और जापान से टीम की स्वदेश वापसी 8 जुलाई को होगी। गौरतलब है कि श्रीरामपुर निवासी दोनों बहनों को २७ जून की मध्य रात को जापान के लिए रवाना होना था। उनके दिल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के साथ हुगली जिले का नाम रोशन करने का जज्बा था।
—–श्रीरामपुर निवासी सगी बहने हैं पल्लवी और अंजली श्रीरामपुर नगरपालिका के वार्ड 29 निवासी पल्लवी और अंजली को अपनी कड़ी मेहनत, लगन व उम्दा प्रदर्शन के बदौलत जापान में होने वाली एशियन यूथ गल्र्स नेटबॉल चैंपियनशिप के लिए चयनित किया गया है। पंजाब के भटिंडा में नेशनल नेटबॉल गल्र्स अंडर 21 टूर्नामेंट संपन्न होने के बाद एशियन चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा हुई थी जिसमें दोनों का चयन हुआ। पल्लवी को भारतीय टीम का कैप्टन और अंजली को टीम की खिलाड़ी के रूप में चयनित किया गया। लिलुआ में आरपीएफ इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत विधुभूषण शर्मा की पुत्री पल्लवी दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में बीए कर रही है, जबकि उसकी बहन अंजली रिसड़ा के नारायणा स्कूल की छात्रा है। पल्लवी इससे पहले भी सिंगापुर और जापान में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है।