आईआईएससी के आयोजकों में से एक राष्ट्रीय एटलस और विषयगत मानचित्रण संगठन (एनएटीएमओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उक्त विज्ञान उत्सव का उद्घाटन राष्ट्रपति पांच नवंबर को विश्व बांग्ला कनवेंशन में करेंगे और इस उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा इसका आयोजन साइंस सिटी के साथ ही कोलकाता की दूसरी जगहों इसके कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस विज्ञान महोत्सव में देश विदेश के 12000 वैज्ञानिक हिस्सा लेंगे।
वैज्ञानिकों, छात्रों और नए अविष्कारकों के साथ भारतीय वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का जश्न मनाने के लिए वर्ष 2015 से इस अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया थ। यह युवाओं को विज्ञान के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने और विज्ञान के प्रसार के लिए काम करने वालों की नेटवर्किंग को बढ़ावा देने की पहल है। एनएटीएमओ के उक्त वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल इस विज्ञान महोत्सव का थीम अनुसंधान, नई खोज और राष्ट्र को सशक्त बनाने वाला विज्ञान (आरआईएसइएन-इंडिया) निर्धारित किया गया है।
विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर होगा फोकस
इस बार के अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में जिन विन्दुओं पर फोकस किया जाएगा उनमें वैज्ञानिक ग्रोथ इंजेक्टर को आकार देने में महिला वैज्ञानिकों और उद्यमियों की विशेष भूमिका प्रमुख है। इसके अलावा इस दौरान युवा वैज्ञानिकों का सम्मेलन, विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान साहित्य महोत्सव सहित 28 कार्यक्रमों का आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा सत्यजीत रे फिल्म एण्ड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, बोस इंस्टीट्यूट और इंडियन इंस्टीट्यूय ऑफ केमिकल बायोलॉजी भी कुछ अन्य कार्यक्रमों का
आयोजन करेंगे।
देश भर के 2500 स्कूल छात्र लेंगे हिस्सा
पांचवा भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में छात्र विज्ञान गांव बनाया जाएगा, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के 2500 से अधिक छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे। इसमेें एनएटीएमओ और शहर के आसपास के दीसरे प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्र हिस्सा लेंगे।