बयानबाजी तेज
शोभन चटर्जी के मंत्री पद छोड़ते ही पक्ष और विपक्षी पार्षदों ने बयान देना शुरू कर दिया है। एक ओर जहां विपक्षों ने इसके कारण को लेकर कोई टिप्पणी करने से इन्कार किया है और मेयर के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं विपक्षी पार्टियों ने इशारों ही इशारों में उनकी निजी जिंदगी में पत्नी के संग चल रहे विवाद को इसका कारण बताया है। उनके अनुसार शोभन अपनी निजी परेशानियों की वजह से निगम के कार्यों की अवहेलना कर रहे थे।
शोभन चटर्जी के मंत्री पद छोड़ते ही पक्ष और विपक्षी पार्षदों ने बयान देना शुरू कर दिया है। एक ओर जहां विपक्षों ने इसके कारण को लेकर कोई टिप्पणी करने से इन्कार किया है और मेयर के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं विपक्षी पार्टियों ने इशारों ही इशारों में उनकी निजी जिंदगी में पत्नी के संग चल रहे विवाद को इसका कारण बताया है। उनके अनुसार शोभन अपनी निजी परेशानियों की वजह से निगम के कार्यों की अवहेलना कर रहे थे।
– यह उनका निजी फैसला है। हम सभी इससे अनभिज्ञ थे। उनके सामने न आने तक कारण बता पाना मुश्किल है। हालांकि इसकी वजह से निगम के कार्यों में कोई अंतर नहीं होने वाला है। नियमानुसार निगम के कार्यों का संचालन होता रहेगा।
अतिन घोष, एमआईसी स्वास्थ्य, केएमसी
अतिन घोष, एमआईसी स्वास्थ्य, केएमसी
निजी जिंदगी की परेशानी की वजह से वे निगम को समय नहीं दे पा रहे थे। मुख्यमंत्री को और पहले उनसे इस्तीफा ले लेना चाहिए था। मुख्यमंत्री नए मेयर का चयन करने से पूर्व ध्यान रखें कि शहरवासियों के लिए ऐसा मेयर मिले जो जो शहरवासियों को और समय दे सके।
मीना देवी पुरोहित, भाजपा पार्षद
मीना देवी पुरोहित, भाजपा पार्षद
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– एक साल से हम इस नाटक को देख रहे थे। हमें पता था आज नहीं तो कल यह होना है पर २०१९ के लोकसभा चुनाव से पूर्व मेयर का यह फैसला उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। कारण स्पष्ट न होते हुए भी सभी जानते हैं कि शोभन चटर्जी पारिवारिक विवादों के कारण केएमसी कार्यों की अनदेखी कर रहे थे।
– एक साल से हम इस नाटक को देख रहे थे। हमें पता था आज नहीं तो कल यह होना है पर २०१९ के लोकसभा चुनाव से पूर्व मेयर का यह फैसला उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। कारण स्पष्ट न होते हुए भी सभी जानते हैं कि शोभन चटर्जी पारिवारिक विवादों के कारण केएमसी कार्यों की अनदेखी कर रहे थे।
रत्ना राय मजूमदार, वाम पार्षद ————————
– सही फैसला, पर मुख्यमंत्री ने थोड़ा लेट कर दिया। पर देर आए दुरुस्त आए। अब शहरवासियों को गंभीर और जिम्मेदार मेयर की जरूरत है। प्रकाश उपाध्याय, कांग्रेस पार्षद,
– सही फैसला, पर मुख्यमंत्री ने थोड़ा लेट कर दिया। पर देर आए दुरुस्त आए। अब शहरवासियों को गंभीर और जिम्मेदार मेयर की जरूरत है। प्रकाश उपाध्याय, कांग्रेस पार्षद,
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– मेयर की दौड़ में कौन-कौन? मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब शोभन चटर्जी के मेयर पद से भी इस्तीफा देने की संभावना नजर आ रही है। ऐसे में अगला मेयर कौन यह भी सवाल उठने लगा है? ऐसे में जो नाम सबसे आगे आ रहे हैं वे हैं चेयरपर्सन माला राय, एमआईसी देवाशीष कुमार, अतीन घोष व देवव्रत मजूमदार। नियामनुसार कोलकाता नगर निगम का मेयर वही बन सकता है जो पहले से पार्षद के पद पर है। ऐसे में इन पार्षदों का नाम सामने आना लाजमी है। पर इसमें वार्ड नम्बर ११७ के पार्षद पद के लिए हो रहे चुनाव के बाद फैसला बदल भी सकता है। गौरतलब है कि नए मेयर के चयन न होने तक निगम आयुक्त खलील अहमद मेयर के सभी दायित्व का पालन करेंगे और अहम फैसले लेंगे।
– मेयर की दौड़ में कौन-कौन? मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब शोभन चटर्जी के मेयर पद से भी इस्तीफा देने की संभावना नजर आ रही है। ऐसे में अगला मेयर कौन यह भी सवाल उठने लगा है? ऐसे में जो नाम सबसे आगे आ रहे हैं वे हैं चेयरपर्सन माला राय, एमआईसी देवाशीष कुमार, अतीन घोष व देवव्रत मजूमदार। नियामनुसार कोलकाता नगर निगम का मेयर वही बन सकता है जो पहले से पार्षद के पद पर है। ऐसे में इन पार्षदों का नाम सामने आना लाजमी है। पर इसमें वार्ड नम्बर ११७ के पार्षद पद के लिए हो रहे चुनाव के बाद फैसला बदल भी सकता है। गौरतलब है कि नए मेयर के चयन न होने तक निगम आयुक्त खलील अहमद मेयर के सभी दायित्व का पालन करेंगे और अहम फैसले लेंगे।