उन्होंने बताया कि उनके द्वारा विकसित नी रिप्लेसमेंट का आधुनिक तरीका आर-टू-आर (रिप्लेसमेंट-टू-रिसर्फेसिंग) इतना सरल है कि मरीजों की सर्जरी महज 15 मिनट में हो जाती है। मरीज केवल एक सप्ताह के आराम के बाद ही दफ्तर जाना, सामान उठाना, सीढिय़ों पर चढना-उतरना आसानी से करना शुरू कर देते हैं। इस प्रकरण के बाद लगभग २० से २५ साल तक मरीजों को जोड़ों के दर्द सम्बंधी कोई परेशानी नहीं होती है।
रविवार को हिंदुस्तान क्लब में आयोजित इस कार्यशाला के बाद ही एक वॉकोथोन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। इस वॉकाथोन में डॉक्टर जैन द्वारा ऑपरेशन किए जाने के बाद जोड़ो की समस्या से निजात पाए अलग-अलग उम्र के 100 से अधिक मरीजों ने हिस्सा लिया और 1.5 किलोमीटर तक एक रफ्तार में चले। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार विश्वम्भर नेवर उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में दौलत सुराना, हसमुख कुंडालिया, पुरूषोत्तम भरोंच, डॉ.पी गुप्ता, डॉ.नरेंद्र सेठिया, डॉ.पार्थ चटर्जी, डॉ. पाटवा, राजेश कर्णानी, हिंदुस्तान क्लब के सचिव नरेंद्र तुलस्यान व मारवाड़ी युवा सम्मेलन के सदस्यगण मौजूद थे। समारोह का संचालन संजय सनम ने किया। हिंदुस्तान क्लब के आनंद मेहता, नरेंद्र मरोठी, गौरव बांटिया, गौरव बोथड़ा, डॉ. सरद भट्ट, डॉ. उदय व्यास आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई है।