पुलिस सूत्रों के अनुसार कालाचीनी के ज्वाइंट बीडीओ अंशुमान दत्त कूचबिहार दक्षिण खागड़ाबाड़ी इलाके में भाड़े के घर में रहते थे। उनकी पत्नी शुभ्रा स्वास्थ्य कर्मचारी है। बताया जाता है कि उनके घर में गत सात महीने से 13 साल की परिचारिका काम कर रही थी। आरोप है कि उससे गलती होने पर उसे मारा-पीटा जाता था। बुधवार की सुबह उसे उठने में देर हुई तो शुभ्रा उस पर बरस पड़ी और मारने लगी। रोते हुए जब वह आस-पास के लोगों को अत्याचार के बारे में बताने लगी तो शुभ्रा ने लोहे की संगसी से उसके सिर पर वार कर दिया। माथे से खून बहने लगा। उस वक्त बीडीओ घर पर नहीं थे। स्थानीय लोगों ने किशोरी को अस्पताल में भर्ती करवाया। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों और बीडीओ दत्त की पत्नी के साथ विवाद हुआ था। उसके बाद स्थिति को सम्भालने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। पीडि़ता ने बताया कि उसे हमेशा ही मारा-पीटा जाता था। शुभ्रा ने उसे यह बात किसी को भी बताने को मना किया था। कहा था कि यदि किसी को बताया तो जेल में डाल देंगे, सारा जीवन जेल में ही रहना होगा। मालूम हो कि पीडि़ता के माता-पिता नहीं है। पांच भाई-बहन है। वे सभी मामा-मामी के पास रहते हैं। परिचारिका जीवन चलाने के लिए काम पर लगी थी। पुलिस शुभ्रा से पूछताछ कर रही है।