sad – काकद्वीप में शोक क ी छाया, 4 दिन बाद भी लापता मछुआरे
-युद्धस्तर पर चल रहा है खोजने का काम-अभी भी लापता हैं 25 से अधिक मछुआरे
sad – काकद्वीप में शोक क ी छाया, 4 दिन बाद भी लापता मछुआरे
कोलकाता बंगाल की खाड़ी में पिछले 4 दिनों से लापता मछुआरों के नहीं मिलने से काकद्वीप में शोक की छाया व्याप्त हो गई है। सूत्रों ने बताया कि अभी भी 25 से अधिक मछुआरे लापता हैं। लापता लोगों के परिजन अपनों के आने के इंतजार में बैठे हैं। इंडियन कोस्ट गार्ड व बांग्लादेश कोस्टगार्ड की टीम उनकी तलाश युद्धस्तर पर कर रही है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि लापता होने वालों में साल के माधव दास (22) भी शामिल हैं। वह पत्नी शापला दास और चार महीने के बच्चे को छोड़कर हिल्सा मछली पकडऩे गया था। शापला ने माधव को मना किया था कि मौसम खराब है, मत जाओ। पर माधव ने कहा कि जब मैं हिल्सा लेकर लौटूंगा, तो उससे बहुत पैसा कमाऊंगा। अपने पति की याद में माधव की पत्नी का हाल बेहाल है। उसका पति अभी तक नहीं लौटा है। शापला की तरह ही एक और मछुआरे की पत्नी अंजलि दास की हालत भी ऐसी ही है। इन दोनों महिलाओं के अलावा काकद्वीप के अक्षयनगर, कलीनगर, पोखरबेरिया गांवों से मछुआरें बंगाल की खाड़ी में हिल्सा पकडऩे गए थे, जो लापता हो गए हैं। चार दिन हो गए, लेकिन उनका पता नहीं चल पाया है।