मामले की तीनों आरोपी सर्फराज, वकील एवं जाहिद तीनों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को पुलिस रिमाण्ड में भेज दिया है। पुलिस तीनों से पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक पूछताछ में तीनों ने पुलिस को बताया था कि फिरोती की रकम तय होने के बाद उन्हें भय लगने लगा। उन्हें लगा कि एक न एक दिन यह अभिषेक के नाटक का राज खुल जाएगा। राज खुलने के बाद अभिषेक तो बच जाएगा, लेकिन वे अपहरण के मामले में फंस जाएंगे। इस भय से उन्होंने साथ में शराब पीने के बाद अभिषेक की हत्य कर दी और शव को गंगा में फेंक दिया था।
अभिषेक का शव 30 जनवरी को खड़दह इलाके में गंगा नदी से मिला था। शुरू में शव की पहचान नहीं हो पाई थी। पहले आरोपियों ने शव की पहचान की फिर कपड़ों से परिजनों ने पहचाना।