सूत्रों के अनुसार जिले के रारिया गांव निवासी टोटो चालक मानिक बर्मन, मजदूर मंगलू राय तथा भूपेन राय ने पैसे के लालच में अपनी अपनी एक एक किडनी बेच दी है। उनके अनुसार उनको पैसे का लालच देकर कोलकाता ले जाया गया। जहां एक नर्सिंगहोम में भर्ती करने के बाद किडनी निकाल ली गई।
भूपेन ने बताया कि उसकी पांच लड़कियां हैं। उनकी शादी के लिए पैसों की जरूरत थी। किडनी के बदले में एक लाख रुपए मिले थे। वहीं मानिक कर्ज में डूबा था। कर्ज चुकाने के लिए उसने एक किडनी बेच दी।
रायगंज पंचायत समिति उपाघ्यक्ष मानस घोष ने कहा कि राबिया गांव में कइ लोगों ने किडनी बेची है। कुछ लोग गरीबी का फायदा उठाकर भोले भाले लोगों को पैसों का लालच दिखाकर उनकी किडनी बिकवा रहे हैं। इस बारे में प्रशासन को सूचित किया है।
जिला कलक्टर अरविन्द कुमार मीणा ने बताया कि उनको मामले की जानकारी मिली है। कानून के आनुसार कदम उठाया जाएगा। गिरोह का भी पता लगाया जा रहा है। इससे पहले भी गांव के लोगों के किडनी बेचने का खुलासा हुआ था।