रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता अकेले 29 प्रतिशत नौकरी देकर इस सूची में सबसे आगे हैं, जबकि चंडीगड़ दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार पुणे- 5, चेन्नई 2, हैदराबाद 1 प्रतिशत ऑनलाइन नौकरी दे रहा है। इस सूची में बेंगलुरु शून्य प्रतिशत ऑनलाईन नौकरी दे रहा है। दिल्ली (एनसीआर) में एक प्रतिशत की कमी देखी गई है।
पिछड़ा सरकारी, सार्वजनिक और रक्षा क्षेत्र
पिछड़ा सरकारी, सार्वजनिक और रक्षा क्षेत्र
ऑनलाइन नौकरी देने के मामले में सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थान और रक्षा क्षेत्र पिछले साल की तुलना में 34 प्रतिशत पिछड़ गए हैं, लेकिन उत्पादन और मैन्युफैक्चरिंग (विनिर्माण) क्षेत्र में 54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर गई है। सरकारी नौकरी के अलावा जिस क्षेत्र में नौकरियों के अवसर में गिरावट दर्ज की गई है, उनमें आईटी और इंटरनेट सेवा भी शामिल हैं।
निजी क्षेत्र के प्रति बढ़ा युवाओं का रुझान
निजी क्षेत्र के प्रति बढ़ा युवाओं का रुझान
रिपोर्ट के अनुसार निजी क्षेत्र के मोटेा वेतन ने आज के युवाओं का रुख को निजी क्षेत्र की ओर मोड़ रहा है। अप्रैल में देश के सभी प्रमुख उद्योगों में भर्तियों में पिछले साल के अप्रैल की तुलना में औसतन 11 फीसदी की तेजी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र में भर्तियों में समीक्षाधीन माह में सबसे अधिक तेजी दर्ज की गई है। मोंस्टर इम्प्लायमेंट इंडेक्स अप्रैल 2018 में ऑनलाइन भर्ती गतिविधियों में साल-दर-साल आधार पर 11 फीसदी की वृद्धि हुई है, जिसमें उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र में सबसे अधिक 54 फीसदी की तेजी आई है। वहीं, दूरसंचार और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के क्षेत्र में ऑनलाइन भर्तियों में 28 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।