पुलिस के अनुसार दुकान में ब्रांडेड कंपनियों के पैकट में सिंथेटिक दूध भर कर सप्लाई की जाती थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर नकली दूध का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था। लोगों का दावा है कि दूध के अलावा मसाला, सरसो तेल में मिलावट का कारोबार भी चल रहा है। कुछ दिन पहले इनफोर्समेंट ब्रांच (ईबी) ने बड़ाबाजार के रवीन्द्र सरणी में छापेमारी कर नकली घी तथा मक्खन बनाने वाले कारखाना का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने छापेमारी कर कारखाना से दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
——————————————————- बड़ाबाजार में धड़ल्ले से चल रहा है मिलावट का कारोबार
-नकली दूध ,मख्खन ,घी ,सरसों तेल व मसालों से बिगड़ा स्वाद कोलकाता बड़ाबाजार में मिलावटी घी व मक्खन की खुलेआम बिक्री के खुलासे के बाद अब सिंथेटिक दूध बनाने का पर्दाफाश होने के बाद दूध विक्रेताओं और उसका उपयोग मिठाई में करने वाले लोगों में चिंता पसर गई है। लोग मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मिलावटखोर डिटर्जेंट, सोडा, यूरिया, शैंपू व रिफाइंड ऑयल से नकली दूध तैयार करते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
-नकली दूध ,मख्खन ,घी ,सरसों तेल व मसालों से बिगड़ा स्वाद कोलकाता बड़ाबाजार में मिलावटी घी व मक्खन की खुलेआम बिक्री के खुलासे के बाद अब सिंथेटिक दूध बनाने का पर्दाफाश होने के बाद दूध विक्रेताओं और उसका उपयोग मिठाई में करने वाले लोगों में चिंता पसर गई है। लोग मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मिलावटखोर डिटर्जेंट, सोडा, यूरिया, शैंपू व रिफाइंड ऑयल से नकली दूध तैयार करते हैं। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
— क्या कहते हैं दूध व मिठाई विक्रेता गणेश टॉकीज दूधपट्टी में डेयरी फार्म से दूध आता है और यहां से महानगर की अलग-अलग मंडियों में दूध की सप्लाई होती है। जिस क्वॉलिटी का दूध चाहिए आप को उस क्वॉलिटी का दूध मिल जाएगा। दूधपट्टी के दूध में मिलावट की शिकायत नहीं मिलेगी।
(मोहम्मद अमीन ,दूध विक्रेता) — दूध में मिलावट नई बात नहीं हैं। मिलावट की वजह से वे सप्लाई का दूध नहीं लेते हैं। उन्हें प्रतिदिन जितने लीटर दूध की आवश्कता होती है वे खटाल से ले लेते हैं। मिलावटी दूध से अच्छी मिठाई नहीं बनेगी।
(गणेश मिश्रा, मिठाई विक्रे ता, )
— दूध में मिलावट के कारोबार करने वाले लोगों को प्रशासन बेनकाब कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दे। इन लोगों के वजह से दूध के छोटे कारोबारी बदनाम हो रहे हैं। दूध बच्चे से लेकर बूढ़े सभी पीते है। वे दूध पट्टी से सप्लाई का दूध लेते हैं। और उस दूध को अपने दुकान में बेचते हैं। उन्हें अब तक शिकायत नहीं मिली है।
— दूध में मिलावट के कारोबार करने वाले लोगों को प्रशासन बेनकाब कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दे। इन लोगों के वजह से दूध के छोटे कारोबारी बदनाम हो रहे हैं। दूध बच्चे से लेकर बूढ़े सभी पीते है। वे दूध पट्टी से सप्लाई का दूध लेते हैं। और उस दूध को अपने दुकान में बेचते हैं। उन्हें अब तक शिकायत नहीं मिली है।
(मणि लाल गुप्ता, दूध की दुकान) — ग़णेश टॉकिज दूधपट्टी से प्रति दिन(सुबह-शाम मिलाकर) करीब 1 लाख लीटर दूध की सप्लाई होती है। यहां पर दूध की कीमत 57 से60रुपए /लीटर है। दूधपट्टी में समय-समय पर दूध की क्वालिटी की जांच होती है। लिहाजा यहां पर मिलावट की कोई गुंजाइश नहीं है। वायरल वीडियो काकुडग़ाछी का है। वीडियो का गणेश टॉकिज दूधपट्टी से कोई संबंध नहीं है।
राजीव सिन्हा (अध्यक्ष,जोड़ासांकू दूध व्यवसायी कमेटी) — कैसे पता करे की दूध असली है या मिलावटी
.दूध से अगर साबून जैसी गंध आ रही है कि इसका मतलब है कि वह सिंथेटिक दूध है।
.दूध से अगर साबून जैसी गंध आ रही है कि इसका मतलब है कि वह सिंथेटिक दूध है।
.सोडा मिले होने के वजह से दूध पीने में कड़वा लगेगा।
.असली दूध का रंग नहीं बदलता है, जबकि सिंथेटिक दूध का कुछ समय के बाद उसमे पीलापन आ जाता है। .असली दूध को उबालने पर उसके रंग में कोई अंतर नहीं आता ,जबकि नकली दूध का उबलने के साथ ही रंग बदलने लगता है।
.असली दूध का रंग नहीं बदलता है, जबकि सिंथेटिक दूध का कुछ समय के बाद उसमे पीलापन आ जाता है। .असली दूध को उबालने पर उसके रंग में कोई अंतर नहीं आता ,जबकि नकली दूध का उबलने के साथ ही रंग बदलने लगता है।
— हाल ही में वीडियो हुआ था वायरल
गणेश टॉकीज दूधपट्टी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वीडियो में दो शख्स सडक़ किनारे मिनी मेटाडोर पर नीले रंग के जार में पाउडर मिला कर उसे हाथ से घोलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो शूट करने वाले का दावा है कि मिलावट का यह खेल हर रोज दूधपट्टी में होता है।
गणेश टॉकीज दूधपट्टी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वीडियो में दो शख्स सडक़ किनारे मिनी मेटाडोर पर नीले रंग के जार में पाउडर मिला कर उसे हाथ से घोलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो शूट करने वाले का दावा है कि मिलावट का यह खेल हर रोज दूधपट्टी में होता है।