मिली जानकारी के अनुसार 23 वर्षीय उक्त पीडि़ता को एक्टिंग व मॉडलिंग का शौक था। इसी शौक की वजह से उसका संपर्क मुंबई की एक ट्रैवलिंग संस्था से हुई। उक्त संस्थान ने उसे अपने एक विज्ञापन के लिए मॉडलिंग व प्रमोशनल शूटिंग करने का प्रस्ताव दिया। पीडि़ता ने उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और मुंबई चली गई। जुलाई महीने के दूसरे सप्ताह में युवती को उक्त विज्ञापन के शूटिंग के लिए मुंबई से थाईलैंड के फुकेत शहर ले जाया गया। वहां उसे एक रिसॉर्ट में रखा गया।
– 2 लाख रुपए फिरौती की मांग :-
पीडि़ता का आरोप है कि रिसॉर्ट में उक्त संस्था के अधिकारी व कुछ अनजान लोगों ने उसका यौन उत्पीडऩ किया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की और मानसिक रूप से उसे प्रताडि़त भी किया। घर जाने की मांग करने पर उससे 2 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई। साथ ही पुलिस से संपर्क करने पर जान से मारने के धमकी भी दी गई। उसके बाद पीडि़ता ने जैसे-तैसे आरोपियों की नजर से बचकर अपने घर वालों को पूरे घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसके परिजनों ने सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क किया। वहां से विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी गई।
– शुक्रवार पहुंची कोलकाता :-
विदेश मंत्रालय ने तत्परता के साथ इस संबंध में थाईलैंड के भारतीय दूतावास से संपर्क किया। दूतावास के अधिकारियों की मदद से पीडि़ता को सुरक्षित बचा लिया गया। शुक्रवार देर रात वह दमदम हवाई अड्डे पर उतरी। वहां से सीधे बेनियापुकुर थाने पहुंची और आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मुंबई की उस संस्था के बारे में जानकारी इकत्रित की जा रही है।