सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभिन्न टेंडरिंग संस्थाओं को उक्त सेतु तैयार करने के लिए टोपोग्राफिक सर्वे रिपोर्ट के साथ ही सेतु का एक नक्शा तैयार करने को कहा गया है। टेंडर लेने वाली इच्छुक संस्थाओं को आगामी 10 दिनों के अंदर रिर्पोट और नक्शा तैयार करने को कहा गया है। टेंडर प्राप्त करने वाली संस्था के ठीक होते ही केएमडीए सेतु का डीपीआर तैयार करने में जुट जाएगा।
गौैरतलब है कि इस नए सेतु के निर्माण से सबसे अधिक फायदा उत्तर-पूर्व कोलकाता से आरजीकर अस्पताल में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों और कोलकाता स्टेशन जाने वाले यात्रियों को होगा। इस सेतु के निर्माण से बेलगछिया होते हुए बाइपास से कोलकाता का जुडऩा आसान हो जाएगा।
उल्लेेखनीय है कि आरजीकर रोड कोलकगाता के व्यस्ततम सडक़ों में से एक हैं। उसके बाद शहर के नामी सरकारी अस्पतालों में से एक के यहां मौजूद रहने से मरीजों का आवागमन बहुत अधिक होता है। ऐसे में यात्रियों की भीड़ संभालना पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है। इस सेतु के निर्माण से कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की इस समस्या का निदान होने की संभावना जताई जा रही है।