पिछले महीने ईडी ने सारधा घोटाले में आरोप पत्र दाखिल किया था। आरोप पत्र में कुणाल घोष का नाम शामिल था। सीबीआइ की विशेष अदालत ने समन जारी कर उन्हें 20 सितम्बर को हाजिर होने को कहा था। निर्धारित समय से पहले कुणाल घोष ने समर्पण कर दिया।
वर्ष 201& में सारधा घोटाला सामने आने के बाद सीबीआइ ने कुणाल घोष को गिरफ्तार किया था। लम्बे समय तक वे जेल में रहे थे। इस बीच ईडी ने आरोप पत्र पेश किया। ईडी का आरोप है कि कुणाल घोष ने सारधा समूह से करोड़ों रुपए लिए हैं। सारधा समूह के खाते से उनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे। जांच एजेन्सी के पास इसका पुख्ता सबूत है।
जांच में ईडी का सहयोग करेंगे: घोष
जमानत पर खुशी जाहिर करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि वे अक्टूबर 201& से इस मामले में ईडी का सहयोग कर रहे हैं। आठ साल बाद जांच एजेंसी ने अचानक मेरे खिलाफ चार्जशीट जारी कर दी है। अदालत ने जमानत दे दी है। वे जांच में ईडी का सहयोग करेंगे।
जमानत पर खुशी जाहिर करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि वे अक्टूबर 201& से इस मामले में ईडी का सहयोग कर रहे हैं। आठ साल बाद जांच एजेंसी ने अचानक मेरे खिलाफ चार्जशीट जारी कर दी है। अदालत ने जमानत दे दी है। वे जांच में ईडी का सहयोग करेंगे।