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जीएसटी विफल इसलिए हवाला लेन देन बढ़ा- अमित मित्रा

locationकोलकाताPublished: Jun 30, 2018 11:13:04 pm

Submitted by:

MANOJ KUMAR SINGH

कहा कि उद्देश्य प्राप्त करने में नोटबंदी भी विफल
 

kolkata west bengal

जीएसटी विफल इसलिए हवाला लेन देन बढ़ा- अमित मित्रा

जीएसटीआर-1, जीएसटीआर-2 जीएसटीआर- 3 में समस्या होने के कारण सब काम मैनुअल हो रहा हैं और हवाला के जरिए लेन-देन बढ़ा है। यह इस लिए हुआ है कि लेन-देन पर निगरानी रखने का रास्ता नहीं है।
कोलकाता
पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने केन्द्र सरकार की विफलताओं के कारण देश में हवाला लेन-देन बढऩे का दावा किया। स्विस बैंक में भारतीयों की जमा राशि बढऩे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार जीएसटी के ऑटोमेटिक डिजिटल प्रक्रिया को सफलता पूर्वक लागू नहीं कर पाई है। इस वजह से हवाला लेन-देन में वृद्धि हुई है। लेकिन
इस बारे में कोई बात नहीं कर रहा है। वे फेसबुक लाईव पर जीएसटी पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि अप्रत्यक्ष कर पद्धति के डिजाइन के अनुसार जीएसटीआर-1 विक्रय मूल्य दर्शाने के लिए भरा जाने और अपलिंक किया जाने वाला फॉर्म है। जीएसटीआर-2 विक्रय मूल्य दर्शाने के लिए भरा और अपलिंक किया जाना वाला फॉर्म है। दोनों फार्म भरने वालों की संख्या बढ़ी है। सरकार ने तीसरा लघु फॉर्म जीएसटीआर- 3 भी जारी किया है। लेकिन तीनों में समस्या हो रही है। इस कारण सब काम मैनुअल हो रहा हैं और हवाला के जरिए लेन-देन बढ़ा है। यह इस लिए हुआ है कि लेन-देन पर निगरानी रखने का रास्ता नहीं है।
मित्रा ने कहा कि केन्द्र की तीन साल की विफलताओं के कारण स्विस बैंक में भारतीयों की जमा राशि 50 प्रतिशत बढ़ कर वर्ष 2017 में 10.2 बिलियन डॉलर हो गई है। जीएसटी के लिए बनी राज्यों के वित्तमंत्रियों की एम्पावर्ड कमेटी के चेयरमैन रहे वित्तमंत्री मित्रा ने कहा कि उक्त कारणों से निर्यात रिफंड नहीं हुआ और निर्यात प्रभावित हुआ है। करीब तीन लाख रिफंड आवेदन लंबित हैं। करीब दो लाख करोड़ रुपए केन्द्र के पास पड़े हुए हैं, जिसे सरकार को लोगों को वापस करना है। इस दौरान मित्रा ने नोटबंदी को विफल करार दिया। उन्होंने कहा कि जब नोटबंदी की गई तब कुल 18 लाख करोड़ रुपए मुद्रा जारी की गई थी और अब 18.7 लाख करोड़ की मुद्रा जारी की गई है। लेकिन केन्द्र सरकार कैशलेस और लेस कैश अर्थव्यवस्था की बात कह रही है।
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