महाराष्ट्र के औरंगाबाद का निवासी शेख समीर मूल रूप से एक सॉफ्टेवयर इंजीनियर है। वर्ष 2005 में सऊदी अरब गया था। वहां लश्कर-ए-तोयबा के एजेंट अहमद से उसका परिचय हुआ था। शेख समीर वहां से पाकिस्तान चला गया। वहां उसने आतंकी प्रशिक्षण लिया था। पाक सीमा पर कड़ी निगरानी होने के कारण समीर भारत में घुसपैठ नहीं कर पा रहा था इसलिए वह अपने साथियों के साथ पाकिस्तान के रावलपिंडी से बांग्लादेश के ढाका चला गया था। वहां बेनापोल से सीमा पार करके उसने पेट्रोपोल इलाके में प्रवेश किया था।