सूत्रों के अनुसार मदारीहाट गैरेगैंडा के लोग 17 दिसंबर से आतंक के साए में जी रहे थे और इलाके की एक युवती लापता हो गई थी। काफी तलाश के बाद उसका शव झाडिय़ों में क्षत-विक्षत हालत में मिला। तभी से लोग आराम से सो नहीं पा रहे थे। युवती की मौत की घटना के बाद से ही इलाके के लोगों ने वन विभाग के सामने विरोध-प्रदर्शन किया था। इसके बाद से वन विभाग ने तत्परता दिखाते हुए 9 स्थानों पर पिंजरा लगाया था। लंबा समय बीत जाने पर भी तेंदुआ हाथ नहीं लग रहा था वहीं गांव के पालतू पशु उसका शिकार हो रहे थे। आखिरकार सोमवार सुबह एक पिंजरे में तेंदुआ फंस गया।
वन विभाग के अनुसार तेंदुआ आदमखोर है या नहीं, उसेपर्यवेक्षण के लिए दक्षिण खोयरबाड़ी में रखा है। उसके चेहरे व नाक के पास चोट भी लगी है जिसमें से रक्त बह रहा था। जांच के बाद उसे छोड़ दिया जाएगा। तेंदुए के पकड़े जाने की सूचना पाते ही स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।