राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक के बाद आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि महामारी जिस तरीके से बढ़ रहा है, उसमें आवश्यक कदम के रूप में सर्वदलीय बैठक में 31 जुलाई तक राज्य में लॉकडाउन रहने पर सहमति व्यक्त की गई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में ढील देते हुए 30 जून तक लॉकडाउन रहने की घोषणा की थी। राज्य के समस्त सरकारी,गैर सरकारी कार्यालयों, धार्मिक स्थलों, शॉपिंग मॉल और रेस्तरां खोलने की अनुमति भी दी गई। यही नहीं सड़क परिवहन को सचल रखने के लिए बस सेवा, टैक्सी और जलपथ परिसेवा भी शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य में फिलहाल लोकल ट्रेन सेवा और मेट्रो रेल सेवा बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में उपस्थित कुछ नेताओं ने परिवहन व्यवस्था को लेकर हो रही समस्याओं को उठाया। सरकार उनकी शिकायतों को दूर करने का भरसक प्रयास करेगी। लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग नेताओं के अलग-अलग विचार सामने आए। कोई लॉकडाउन को और कठोरता के साथ लागू करने का प्रस्ताव दिया तो कोई मार्च महीने में 4 दिन विलंब से लॉकडाउन जारी करने पर भी सवाल उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सब की बात सुनी और फिर 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्णय पर सहमत हुए। राज्य में समस्त शिक्षण संस्थानों खासकर स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालय 31 जुलाई तक बंद रहेंगे, परंतु उच्च माध्यमिक के बाकी परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के तहत ही ली जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पहले जिन-जिन क्षेत्रों में छूट दी गई है। उनमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। यदि बदलाव की जरूरत पड़ती है तो राज्य प्रशासन इसे समय रहते सूचित करेगा।