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रखरखाव की कमी से ट्रेनें हो रही विलम्ब

locationकोलकाताPublished: May 19, 2018 06:02:54 pm

Submitted by:

MANOJ KUMAR SINGH

एक ट्रेन की पैंट्री कार खाली करने में तीन घंटे लगते हैं। कर्मियों की कमी है। इस लिए दूरगामी ट्रेनों के विलम्ब से चलने में सुधार लाना संभव नहीं है।

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रखरखाव की कमी से ट्रेनें हो रही विलम्ब

पूर्व रेलवे में कर्मियों की कमी, बोले जीएम राव
यात्रियों की सुरक्षा पूर्व रेलवे की पहली प्राथमिकता

कोलकाता
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक हरेन्दर राव ने शुक्रवार को दूरगामी ट्रेनों के विलम्ब से चलने की बात स्वीकार किया और इसके लिए रखरखाव की व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यात्री सुरक्षा को अपनी पहली प्राथमिकता होने की घोषणा की। राव ने कहा कि रखरखाव की व्यवस्था ठीक नहीं है। इस लिए दूरगामी ट्रेनें देर से चलती हैं। एक ट्रेन की पैंट्री कार खाली करने में तीन घंटे लग जाते हैं। पूर्व रेलवे में कर्मियों की कमी है। इस लिए ट्रेनों के विलम्ब से चलने में सुधार लाना संभव नहीं है। इसके अलावा रेलवे संचालन की सुरक्षा के लिए रेल लाइनों और सिग्नल पद्धति को विकसित किए जाने के कारण भी ट्रेने थोड़ी देर से चल रही हैं। वे इस दिन एमसीसी मर्चेन्ट चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री की ओर से आयोजित परिचर्चा में बोल रहे थे। इस मौके पर पूर्व रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक सुचितो कुमार दास और पूर्व रेलवे के दूसरे प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे। एक सवाल के जवाब में राव ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है। किसी भी हाल में और किसी भी कीमत पर पूर्व रेलवे इससे समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्व रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई है। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोलकाता-खुलना बंधन एक्सप्रेस भी शुरू की है।
सबसे अधिक रोजगार देने वाली रेलवे
उन्होंने कहा कि पूर्व रेलवे देश की सबसे पुरानी रेलवे है। साथ ही यह दुनिया की सबसे अधिक रोजगार देने वाली रेलवे है। इसमें 13 लाख कर्मी कार्यरत हैं। यह 13000 ट्रेन चलाती है। इसने पिछले साल की तुलना में अपना खर्च बढ़ाया है। पूर्व रेलवे ने वर्ष 2016-17 में 787.97 करोड़ रुपए खर्च किया था, जबकि वर्ष 2017-18 में 926 करोड़ से अधिक खर्च किया था।
दमदम में रेलवे ट्रैफिक व्यवस्था
इस दौरान राव ने कहा कि दमदम में रेलवे ट्रैफिक जाम होने की समस्या सुलझाने के रास्ते में जमीन आड़े आ रही है। बनगांव लाइन की ट्रेनों के सुगमता से दमदम स्टेशन पहुंचने के लिए पूर्व रेलवे ने रेल फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई थी। इसके तहत दमदम कैंट से दमदम तक रेल फ्लाईओवर बनाया जाना था। लेकिन जमीन नहीं होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। फिर भी रेलवे इस समस्या को सुलझाने के लिए अध्ययन कर रहा है। तकनीकी तौर से उपयुक्त समाधान मिलने पर परियोजना का काम आगे बढ़ाया जाएगा।
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