– यह हुआ है खुलासा
राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) से मिली जानकारी के अनुसार फुटपाथों पर कोयले और लकड़ी के जलने वालों चूल्हों से रोजाना 30 प्रतिशत प्रदूषण फैलता है। रोजाना शहर के 30 प्रतिशत प्रदूषण के जिम्मेदार ये चूल्हे होते हैं। इसमें शहर का श्यामबाजार इलाका सर्वाधिक प्रभावित हो रहा है। इसकी जानकारी बोर्ड के चेयरमेन कल्याण रूद्र ने दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में शहर में नीरी (राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान) की ओर से एक शोध किया गया था। उस शोध के बाद उन्होंने इसकी जानकारी दी। फरवरी के अंत अथवा मार्च के शुरूआत में ही नीरी के शोध की पूरी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। रिपोर्ट मिलते ही इस बारे में केएमसी और केपी से मदद लेते हुए योजना को पूरा किया जाएगा। इस विषय पर निगम में पर्यावरण संरक्षण विभाग को संभाल रहे एमआईसी देवाशीष कुमार ने कहा कि अब तक हमें इसकी जानकारी नहीं मिली है, लेकिन अगर ऐसी योजना बन रही है तो निगम इसका स्वागत करता है।