कोलकाता दुर्गोत्सव समाप्त होने के बाद बुधवार को राज्य भर में धूम-धाम से घर-घर मां लक्ष्मी की पूजा हुई। इस दिन राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने धन की देवी की पूजा-अर्चना की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अगले लोकसभा चुनाव में बड़े नेता के रूप में उभरने और प्रधानमंत्री बनाने का आशीर्वाद मांगा।
पार्टी के संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय और उनकी पत्नी विधायक नैना बंद्योपाध्याय ने अपने घर में लक्ष्मी पूजा की। सुदीप ने खुद के लिए धन और समृद्धि नहीं मांगी, बल्कि उन्होंने ममता बनर्जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने का आशीर्वाद मांगा। उन्होंने कहा कि हे लक्ष्मी मां ममता बनर्जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाना। उनके करीबियों के अनुसार सुदीप ने कहा कि देश की भलाई के लिए अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा का हारना और ममता बनर्जी को अगला प्रधानमंत्री बनना निहायत जरूरी है। ममता बनर्जी ने भाजपा को केन्द्र की सत्ता से बाहर करने के लिए सभी विपक्षी दलों से फेडरल फ्रंट के बैनर तले एकजुट होने का आह्वान किया है। विपक्षी दलों को एकता की डोर में बांधने के लिए उन्होंने जनवरी 2019 में कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में रैली करने का ऐलान किया है। उन्होंने खुद से प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर नहीं की है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन, सांसद इद्रिश अली सहित पार्टी के अन्य नेता ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने का मु²ा उछालते रहे हैं। ममता बनर्जी के देश का प्रधानमंत्री बनने का मुद्दा सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा रहे टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम सैयद नूरूर रहमान बरकदी ने उठाया था। उन्होंने कोलकाता में जगह-जगह होर्डिंग लगा कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने की अपनी इच्छा जाहिर कर मुद्दे को उछाला था। हालांकि अब वे पार्टी में नहीं हैं। ममता को प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं को उस समय पर लग गए, जब वर्ष 2018 में कनार्टक में कांग्रेस और जनता दल-सेक्यूलर (जेडीएस) की सरकार के शपथ समारोह में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की मायावती, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबु नायडू और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ खुद ममता बनर्जी ने एकता का प्रदर्शन किया था।
पार्टी के संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय और उनकी पत्नी विधायक नैना बंद्योपाध्याय ने अपने घर में लक्ष्मी पूजा की। सुदीप ने खुद के लिए धन और समृद्धि नहीं मांगी, बल्कि उन्होंने ममता बनर्जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने का आशीर्वाद मांगा। उन्होंने कहा कि हे लक्ष्मी मां ममता बनर्जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाना। उनके करीबियों के अनुसार सुदीप ने कहा कि देश की भलाई के लिए अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा का हारना और ममता बनर्जी को अगला प्रधानमंत्री बनना निहायत जरूरी है। ममता बनर्जी ने भाजपा को केन्द्र की सत्ता से बाहर करने के लिए सभी विपक्षी दलों से फेडरल फ्रंट के बैनर तले एकजुट होने का आह्वान किया है। विपक्षी दलों को एकता की डोर में बांधने के लिए उन्होंने जनवरी 2019 में कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में रैली करने का ऐलान किया है। उन्होंने खुद से प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर नहीं की है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन, सांसद इद्रिश अली सहित पार्टी के अन्य नेता ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने का मु²ा उछालते रहे हैं। ममता बनर्जी के देश का प्रधानमंत्री बनने का मुद्दा सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा रहे टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम सैयद नूरूर रहमान बरकदी ने उठाया था। उन्होंने कोलकाता में जगह-जगह होर्डिंग लगा कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने की अपनी इच्छा जाहिर कर मुद्दे को उछाला था। हालांकि अब वे पार्टी में नहीं हैं। ममता को प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं को उस समय पर लग गए, जब वर्ष 2018 में कनार्टक में कांग्रेस और जनता दल-सेक्यूलर (जेडीएस) की सरकार के शपथ समारोह में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की मायावती, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबु नायडू और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ खुद ममता बनर्जी ने एकता का प्रदर्शन किया था।
अली ने तो ममता बनर्जी की तुलना नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा से कर दी थी। विरोध होने पर उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के किसी नेता ने ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री बनने संबंधित अपने बयान का अभी तक खण्डन नहीं किया है। मां लक्ष्मी से ममता बनर्जी को देश का सबसे बड़ा नेता बनने की कामना करने वालों में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी भी शुमार थे। पार्टी नेताओं ने बताया कि अपने घर पर पूजा करने के दौरान बक्शी ने मां लक्ष्मी से ममता बनर्जी को अगले लोकसभा चुनाव में देश का सबसे बड़े नेता के रूप में उभरने का वरदान मांगा।