न्यायाधीश एक दिव्यांग को परेशान करने के लिए केन्द्र सरकार की कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया रातों-रात संपन्न कर दी गई। केन्द्र सरकार के अधिवक्ता जयदीप सेन ने सोमवार को न्यायाधीश देवांशु बसाक की अदालत से कहा कि सनत कुमार मित्रा के बॉयोमेट्रिक नमूने शनिवार को उनके घर जाकर लिया गए। आधार कार्ड बन भी चुका है। आधार पोर्टल से सनत कुमार का आधार नंबर निकाला जा सकता है। डाक से आधार कार्ड आने में थोड़ा विलंब होगा।
परिवार ने ली थी कोर्ट की शरण
कई कोशिशों के बावजूद जब सनत का आधार कार्ड नहीं बन पाया तो परिवार की ओर से अनुरोध किया गया कि दिव्यांग होने के कारण चलने फिरने में असमर्थ हैं इसलिए घर आकर उनके बॉयोमेट्रिक नमूने लिए जाए। अंत में अदालत के निर्देश के बाद संबंधित कर्मचारी ने सनत कुमार के घर जाकर आधार कार्ड के लिए बॉयोमेट्रिक नमूने लिए।
पूछा इनके लिए क्या की व्यवस्था
न्यायाधीश ने केन्द्र के अधिवक्ता से जानना चाहा कि जो लोग किसी काम बाहर गये हैं यदि वह केन्द्र की समय-सीमा के तहत आधार लिंक नहीं करा पाते तो केन्द्र ने इसके लिए क्या नीति अपनाई है। अधिवक्ता सेन इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।