मुख्यमंत्री ने कहा कि बकरीद के दिन झारखण्ड में क्या हुआ? किसी भी मीडिया में इसकी खबर तक नहीं है। वहां ङ्क्षहसा हुई, लोगों के घरों में आग लगाई गई। पीडि़त लोग जान बचाकर बंगाल की सीमा पार कर यहां शरण लिए हुए हैं। राष्ट्र संघ के दिशा निर्देशों को मानते हुए हमने लोगों को शरण दी है।
———– लोकतंत्र व जनता की जीत-ममता – सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोली मुख्यमंत्री
– कहा, विपक्ष ने किया राज्य का अपमान कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंचायत चुनाव संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को कुप्रचार के खिलाफ जनता की जीत करार दिया है। कोर्ट के फैसले के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग निर्विरोध रहे करीब 20,159 उम्मीदवारों को विजयी प्रमाण पत्र जारी करेगा। ममता ने कहा कि कोर्ट का फैसला जनता और लोकतंत्र की जीत है। भाजपा, कांग्रेस और माकपा ने जिस तरह कुप्रचार किया था। ऐसे में यह फैसला नैतिक जीत है। सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद राज्य सचिवालय नवान्न में शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल (माकपा, भाजपा और कांग्रेस) ने योजनाबद्ध तरीके से साजिश रची। इससे राज्य का अपमान हुआ है। पश्चिम बंगाल की मर्यादा को ठेस पहुंचाई है। विरोधी दलों ने पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए असत्य भाषण दिया। राज्य के खिलाफ अफवाह और कुप्रचार किया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया। ममता ने कहा कि पंचायत चुनाव स्थानीय स्तर पर होता है। फलस्वरूप हिंसा के अधिकांश मामलों के पीछे राजनीतिक कारण नहीं बल्कि स्थानीय कारण होता है। विपक्ष इसे समझ नहीं सका।
– कहा, विपक्ष ने किया राज्य का अपमान कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंचायत चुनाव संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को कुप्रचार के खिलाफ जनता की जीत करार दिया है। कोर्ट के फैसले के अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग निर्विरोध रहे करीब 20,159 उम्मीदवारों को विजयी प्रमाण पत्र जारी करेगा। ममता ने कहा कि कोर्ट का फैसला जनता और लोकतंत्र की जीत है। भाजपा, कांग्रेस और माकपा ने जिस तरह कुप्रचार किया था। ऐसे में यह फैसला नैतिक जीत है। सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद राज्य सचिवालय नवान्न में शुक्रवार को अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल (माकपा, भाजपा और कांग्रेस) ने योजनाबद्ध तरीके से साजिश रची। इससे राज्य का अपमान हुआ है। पश्चिम बंगाल की मर्यादा को ठेस पहुंचाई है। विरोधी दलों ने पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए असत्य भाषण दिया। राज्य के खिलाफ अफवाह और कुप्रचार किया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया। ममता ने कहा कि पंचायत चुनाव स्थानीय स्तर पर होता है। फलस्वरूप हिंसा के अधिकांश मामलों के पीछे राजनीतिक कारण नहीं बल्कि स्थानीय कारण होता है। विपक्ष इसे समझ नहीं सका।