scriptममता के राज में एेसे हुई सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी | Mamata Banerjee claims to curb Road Accidents in West Bengal | Patrika News
कोलकाता

ममता के राज में एेसे हुई सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या घटाने को लेकर कृत संकल्पित है। वर्ष 2016 से उनके प्रयासों के कारण दुर्घटनाओं में कमी आई है।

कोलकाताNov 18, 2018 / 07:48 pm

Prabhat Kumar Gupta

kolkata west bengal

सडक़ दुर्घटनाएं कम करना हमारी प्रतिबद्धता : ममता

-राज्य सरकार 2016 से चला रही अभियान

कोलकाता.

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या घटाने को लेकर कृत संकल्पित है। वर्ष 2016 से उनके प्रयासों के कारण दुर्घटनाओं में कमी आई है। ‘वल्र्ड डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स’ के अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य में चल रहा अभियान ‘सेफ ड्राइव सेवलाइफ’ ने देश की सर्वोच्च अदालत से प्रशंसा प्राप्त की है। सोशल नेटवर्क ट्वीटर पर ममता ने कहा कि ‘वल्र्ड डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स’ पर हमारी सरकार सडक़ दुर्घटनाएं रोकने को दृढ़ प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने 2016 में इस अभियान की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य लोगों में सुरक्षित ड्राइविंग और सडक़ पर जिम्मेदाराना व्यवहार को विकसित करना था। ममता ने कहा कि हर साल नवम्बर के तीसरे रविवार को सडक़ दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाने वाले लाखों लोगों की याद में ‘वल्र्ड डे ऑफ रिमेम्ब्रेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स’ मनाया जाता है। बनर्जी ने ‘‘सडक़ यातायात पीड़ित स्मृति विश्व दिवस’’ के अवसर पर कहा कि उनके अभियान – ‘सेफ ड्राइव, सेव लाइफ’ चलते ही बंगाल में सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। राज्य सरकार इसे आगे भी जारी रखेगी।
———–

आसान नहीं पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की राह-
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने आखिरकार इस बात को स्वीकार किया है कि आसन्न 2019 के आम चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की राह आसान नहीं है।
मित्रा ने कहा कि राज्य भर में नव गठित कमेटियों के साथ बैठक के बाद यह साफ हो चला है कि पूरे राज्य में कई ऐसे बूथ हैं जहां कांग्रेस प्रतिनिधि नहीं हैं। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर भी संगठन बेहद कमजोर है और पार्टी के नेता या कार्यकर्ता मौजूद नहीं हैं। प्राथमिक तौर पर यह कोशिश की जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में कम से कम प्रत्येक ब्लॉक में पार्टी का एक प्रतिनिधि सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा बूथ स्तर पर भी कार्यकर्ताओं को तैयार करने की कोशिश तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह परिस्थिति बताती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस की राह मुश्किल है। बड़ी चुनौतियां हैं और इसे पूरा करने के लिए राज्य भर के नेतृत्व को एक-दूसरे से समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया गया है।

Home / Kolkata / ममता के राज में एेसे हुई सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो