प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने आखिरकार इस बात को स्वीकार किया है कि आसन्न 2019 के आम चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की राह आसान नहीं है।
मित्रा ने कहा कि राज्य भर में नव गठित कमेटियों के साथ बैठक के बाद यह साफ हो चला है कि पूरे राज्य में कई ऐसे बूथ हैं जहां कांग्रेस प्रतिनिधि नहीं हैं। इसके अलावा ब्लॉक स्तर पर भी संगठन बेहद कमजोर है और पार्टी के नेता या कार्यकर्ता मौजूद नहीं हैं। प्राथमिक तौर पर यह कोशिश की जा रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में कम से कम प्रत्येक ब्लॉक में पार्टी का एक प्रतिनिधि सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा बूथ स्तर पर भी कार्यकर्ताओं को तैयार करने की कोशिश तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह परिस्थिति बताती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस की राह मुश्किल है। बड़ी चुनौतियां हैं और इसे पूरा करने के लिए राज्य भर के नेतृत्व को एक-दूसरे से समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया गया है।