छह मिनट में एसएसकेएम से मेडिकल पहुंचा था हृदय- एसएसकेएम अस्पताल में शुक्रवार को ब्रेन डेथ हुए 32 वर्षीय एक मरीज का संरक्षित हृदय को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से महज छह मिनट में कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। इसके उपरांत डॉ. मुखोपाध्याय के नेतृत्व में 10 सदस्यीय चिकित्सक मण्डली सुबह 10 बजे ऑपरेशन में जुट गई थी। अपरान्ह 3 बजे सफलतापूर्वक हृदय का प्रत्यारोपण संभव हुआ। चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल मरीज को संक्रमण से बचाना उनकी प्राथमिकता है। कारण संक्रमण के चलते ही पिछले दिनों एसएसकेएम अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण के बाद मरीज की मौत हो गई थी। डॉ. माझी ने पत्रिका को बताया कि मेडिकल काउंसिल ने 2017 में कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अंग प्रत्यारोपण का लाइसेंस दिया है। कोलकाता में हृदय प्रत्यारोपण की यह पांचवीं घटना है। इससे पहले कोलकाता के दो निजी अस्पतालों ने ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से ४ मरीजों को नया जीवन देने में सफलता हासिल की है।