डॉक्टरों के हड़ताल के संबंध में राज्यपाल की चिट्टी मिलते ही अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना कर कठोर रुख अख्तियार करते हुए राज्यपाल का फोन नहीं उठाने वाली ममता बनर्जी इस दिन थोड़ा नरम हो गई।
मुख्यमंत्री ने इस दिन राज्यपाल को फोन किया और उनकी चिट्ठी के जवाब में शाम को उन्हें पत्र भेजा। उन्होंने राज्यपाल को जूनियर डॉक्टरों को हड़ताल से वापस काम पर लाने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदम के बारे में विस्तार से बताया।
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों और विपक्षी राजनीतिक दलों की ओर से हस्तक्षेपक करने का गुहार लगाने पर फोन पर मुख्यमंत्री से बार-बार संपर्क करने और उन्हें राजभवन बुलाने की अपनी नाकाम कोशिश के बाद राज्यपाल ने शनिवार को उन्हें कड़ी चिट्ठी लिखी।
अपनी चिट्ठी में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को हड़ताल कर रहे राज्य के डॉक्टरों से शीघ्र बाचतीच करने, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने, उन्हें विश्वास में लेने और हमला किए जाने की घटना की जांच करने और उन्हें वापस काम पर लाने के लिए उपयुक्त माहौल बनाने की सलाह दी।
अपने दूसरे पत्र में राज्यपाल ने शनिवार को फोन पर बातचीत करने की कोशिश करने और पत्र भेजने के बावजूद मुख्यमंत्री के गैर जिम्मेदराना रवैया अपनाने पर दु:ख भी जाहिर किया।
राजभवन से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गत शनिवार को ममता बनर्जी को लिखे गए अपने पत्र में राज्यपाल ने आंदोलनकारी डॉक्टरों की मांग और उनके काम पर वापस जाने की इच्छा के बारे में जिक्र किया था।
पत्र में राज्यपाल ने कहा है कि उन्होंने हड़ताल पर गए डॉक्टरों को काम पर वापस जाने का आग्रह किया है। साथ ही वे राज्य सरकार के पास डॉक्टरों का एक प्रतिनिधि दल को भेजेंगे।
उल्लेखनीय है कि नील रतन सरकार के जूनियर डॉक्टरों पर हमले के विरोध में पश्चिम बंगाल में जारी डॉक्टरों की हड़ताल के चौथे दिन राज्य के राज्यपाल ने शुक्रवार को कहा था कि इस बारे में बातचीत करने के लिए उन्होंने पत्र लिख कर मुख्यमंत्री को राजभवन बुलाया था।
उनसे संपर्क साधने के लिए उन्होंने बार-बार फोन किया। लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया। राज्यपाल की दूसरी कड़ी चिट्ठी मिलने के बाद ममता बनर्जी ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को फोन पर बातचीत की औ उनके पत्र के जावब में पत्र भेज कर जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल समाप्त करवाने के लिए राज्य सरकार की ओर से किए गए पहल के बारे में विस्तार से बताया।
इस बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से फोन पर बातचीत की है। राज्यपाल सरकार की ओर से उठाए गए कदम से संतुष्ट हैं। लेकिन ममता बनर्जी राज्यपाल से बातचीत करने के लिए राजभवन नहीं गई।