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कोलकाता

‘देश के लिए जान देने को तैयार, पर अन्याय बर्दाश्त नहीं’

ममता ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बताया नैतिक जीत—-बिना नाम लिए अमित शाह पर साधा निशाना, कहा-लोग स्वाइन फ्लू लेकर आते हैं बंगाल

कोलकाताFeb 05, 2019 / 10:36 pm

Shishir Sharan Rahi

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‘देश के लिए जान देने को तैयार, पर अन्याय बर्दाश्त नहीं’

कोलकाता. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला उनकी नैतिक जीत है। धरनास्थल से ममता ने कहा कि वह देश बचाने के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देंगी, पर अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगी। धरनास्थल पर मौजूद मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का वे सम्मान करती हैं और नैतिक रूप से यह उनकी जीत है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार ने ऐसा कभी नहीं कहा कि वे जांच में सहयोग नहीं करेंगे। ममता ने कहा कि वे यहां केवल राजीव कुमार के लिए ही नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए लड़ रहीं। धरनास्थल से ममता ने कहा कि वह देश बचाने के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देंगी, पर अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि इस देश में कोई बिग बॉस नहीं, बल्कि केवल जनता ही बिग बॉस है और केवल लोकतंत्र ही इस देश का बड़ा मालिक। ममता ने बिना नाम लिए भाजपाध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग स्वाइन फ्लू लेकर आते हैं। ममता ने कहा कि हम सभी को बंगाल में आने की इजाजत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग स्वाइन फ्लू लेकर बंगाल आते हैं। स्वाइन फ्लू एक फैलने वाली बीमारी है फिर भी उन्होंने आने की इजाजत दी। इसके अलावा उन्होंने सीधे-सीधे केंद्र सरकार को पंगा नहीं लेने की चुनौती भी दे डाली। ममता ने कहा कि भाजपा बंगाल में मीटिंग कर रही है, लेकिन अब कह रही है कि परमिशन ही नहीं मिल रही।
—धरनास्थल पर उत्साहित समर्थकों ने खेली होली
उधर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ममता की ओर से नैतिक जीत बताने के बाद धरनास्थल पर मौजूद समर्थक खुशी से झूम उठे। हावड़ा, हुगली, रिसड़ा, कोन्ननगर सहित प्रदेश के कोने-कोने से आए ममता समर्थकों ने उत्साह से एक-दूजे को अबीर-गुलाल लगाना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद समर्थकों में बड़ी संख्या महिलाओं की भी थी। मंच पर जब-जब ममता कुछ बोलने की कोशिश करती, समर्थक उत्साह से ममता जिंदाबाद के नारे लगाने लगते। महिला समर्थकों के आग्रह पर ममता ने कई बार धरना मंच से हाथ हिलाकर उनका हौसला बढ़ाया। उधर लगातार दूसरे दिन भी समर्थकों ने भाजपा हटाओ-मोदी हटाओ, देश बचाओ, दीदी तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं और गली-गली में शोर है, चौकीदार है……आदि नारे लगाए।
गांधी बना अशोक बना आकर्षण
इस सबके बीच धरना स्थल पर महात्मा गांधी की वेशभूषा में सुसज्जित ओडिशा से आए ४८ वर्षीय अशोक कुमार जेना आकर्षण का केंद्र रहा। पत्रिका से खास बातचीत में बालेश्वर निवासी अशोक ने बताया कि वह ममता का बहुत बड़ा फैन है और जब अखबारों से उसे जानकारी मिली कि वे धरने पर बैठी हैं, तो उसने ओडिशा से कोलकाता आने का फैसला किया। बालेश्वर में बतौर पेंटर का काम करने वाले अशोक ने बताया कि इससे पहले 25 जनवरी को भी उसने भुवनेश्वर के तमान्डु स्टेडियम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के दौरान भी गांधी का रूप बनाया था।
—–कोई मोदी के समर्थन में , तो कोई ममता के
़हुगली जिले के खानाकुल निवासी ताईकूल मंडल ने कहा कि ममता के नेतृत्व में सेव इंडिया आंदोलन भारत का इतिहास लिखेगा। आगामी लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस बंगाल की सभी 42 सीटें हासिल करेगी।हावड़ा जिले के कुलगछिया से आए आशीष नस्कर ने कहा कि देश में बदले की राजनीति हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जिस तरह से ममता चुनौती बन कर खड़ी हैं, उससे भाजपा के लिए दोबारा केन्द्र में सरकार बनाना नामुमकिन है। स्थानीय समर्थक मुख्तार अहमद ने कहा कि ममता के नेतृत्व में जारी धरने ने यह साबित कर दिया है कि मोदी की आगे की राह कठिन है। भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली केन्द्र सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है। ममता ने तमाम विरोधी पार्टीयों को एकजुट कर मोदी के खिलाफ अभियान छेड़ा है और बंगाल की जनता का पूरा समर्थन ममता का है। आसिफ अंसारी ने कहा कि केन्द्र सरकार अल्पसंख्यकों को मूल अधिकार से वंचित कर रही है। हमें एक ऐसी सरकार चाहिए जो किसी किसी के अधिकार को न छिने। कौन क्या खाएगा, कौन कहां रहेगा? इसमें किसी की दखल ठीक नहीं।आंध्र प्रदेश के रहने वाले और कोलकाता में ठेला चलाने वाले राजू का कहना है कि मोदी की २०१९ में दोबारा वापसी होगी। चाहे कोई कितना भी ताल ठोक ले, मोदी को कोई नहीं हिला सकता। मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जो कारवाई की है वह अब तक किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। मेट्रो चैनल के सटे चाय की दुकान पर चर्चा के दौरान रमेश यादव ने कहा कि क्या सही क्या गलत है? इसे जनता समझती है।
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