कोलकाताPublished: Jul 29, 2021 02:20:50 am
Manoj Singh
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार शाम दिल्ली के दस जनपथ स्थित कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी मुलाकात की। ममता बनर्जी ने कहा कि साकारात्मक बैठक हुई। साकारात्मक परिणाम भी मिलेंगे। वे नेता नहीं हैं। वे एक कैडर हैं। वे सड़क पर चलने वाली हैं।
Sonia Gandhi and Mamta Banerjee meeting: सोनिया और राहुल गांधी से मिलकर बोलीं ममता, मै नेता नहीं कैडर हूं
कहा, साकारात्मक बैठक का परिणाम भी होगा साकारात्मक, अब देश भर में होगा खेला
कोलकाता/नई दिल्ली:
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार शाम दिल्ली के दस जनपथ स्थित कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी मुलाकात की। लगभग एक घंटे चली बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी उपस्थित थे। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि सोनिया गांधी से उनकी देश की मौजूदा राजनीति, पेगसस मुद्दे और भाजपा के खिलाफ विपक्ष के गठबंधन के बारे में चर्चा हुई। साकारात्मक बैठक हुई। उन्हें लगता है कि साकारात्मक परिणाम भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए सभी को एक होना चाहिए। वे अकेली नहीं हैं। सभी को मिलकर काम करना है। वे नेता नहीं हैं। वे एक कैडर हैं। वे सड़क पर चलने वाली हैं। उन्होंने सवाल किया कि पेगसस को लेकर भाजपा क्यों नहीं जवाब दे रही है। सोनिया गांधी के साथ बैठक से पहले ममता बनर्जी ने कहा कि सोनिया गांधी भाजपा के खिलाफ विपक्षा का गठबंधन चाहती हैं। सोनिया गांधी के अलावा ममता बनर्जी इस दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरिवाल से भी मुलाकात की।
अब पूरे देश में होगा खेला
इस दिन ममता बनर्जी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वे विपक्षी समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही हैं। बंगाल के बाद अब पूरे देश में ‘खेला’ होगा। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, चंद्रबाबु नायडू, तमिलनाडू के मुख्यमंत्री स्टालिन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और हेमंत सोरेन सहित देश के प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध है। उन्होंने कहा कि अगर कोई राजनीतिक तूफान आएगा तो कोई उसे रोक नहीं पाएंगे। उत्तर प्रदेश अगर भाजपा को हराना है तो वहां की विपक्षी पार्टियों को सोचना होगा। यदि आप गंभीर हैं, तो छह महीने के भीतर परिणाम दे सकते हैं।
पहले मिलकर करेंगे काम फिर तय होगा चेहरा
इस दिन जब ममता बनर्जी से पूछा गया कि संयुक्त विपक्ष का चेहरा कौन होना चाहिए इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वे राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हैं। यह स्थितियों पर निर्भर करता है। वे अपना विचार किसी पर थोपना नहीं चाहती है। मानसून सत्र के बाद जब सभी विपक्षी दल के नेता मिलेंगे तो इस पर चर्चा होगी। सभी मिलजुलकर विपक्ष का चेहरा तय करेंगे।
जनता जानती है विपक्ष का नाटक- संबित पात्र
भाजपा के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने की पहल भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इससे पहले कर्नाटक में सभी विपक्षी दल के नेता पीएम मोदी के विचारधारा के खिलाफ एक मंच जमा हुए। उसके बाद 2019 में भाजपा के विरोध में सभी विपक्षी दल कोलकाता में एकजुट हुए थे। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। देश की जनता विपक्ष का इस नाटक को अच्छी तरह से समझती है।