पिछले 20 दिनों में यह तीसरा मौका है जब ममता ने केन्द्र सरकार के किसी आयोजन का बहिष्कार किया है। पिछले हफ्ते उन्होंने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार किया था। ममता ने पीएम मोदी को चि_ी लिखकर कहा कि वह नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होंगी। चि_ी में ममता ने लिखा था नीति आयोग के पास कोई वित्तीय अधिकार और राज्य की योजनाओं को समर्थन देने का अधिकार नहीं है, इसलिए मेरा बैठक में आना बेकार है।
इससे पहले ममता ने भाजपा पर सियासत करने का आरोप लगाते हुए 30 मई को आयोजित पीएम के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लिया था। संवैधानिक व्यवस्था का हवाला देकर पहले शपथ ग्रहण में आने की रजामंदी देकर ममता आखिरी समय में मुकर गईं थी और ओर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाकर कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।