कोलकाता धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण के साथ अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बगाल में आधी आबादी को वोट बैंक बनाने का नया राजनीतिक फंडा अपनाने की तैयारी शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस ने आठ मार्च को नारी दिवस के मौके पर महिला सम्मेलन करने का फैसला किया है। पार्टी प्रमुख
ममता बनर्जी ने सम्मेलन सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं का जमावड़ा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पार्टी नेताओं को अभी से ही अपने-अपने
काम में जुट जाने का निर्देश दिया है।
महिलाओं के वोट हासिल करने के लिए ममता बनर्जी के इस फंडे का मूल
मंत्र कन्याश्री सहित महिला संबंधित राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार कर अपनी और अपनी पार्टी की छवि निखारना है। इसके साथ ही केन्द्र सरकार की ओर से महिला संबंधित योजनाओं की धनराशि कम किए जाने को महिलाओं के समक्ष प्रस्तुत कर मोदी सरकार और भाजपा की छवि धूमिल करना भी इस फंडा का अभिन्न मंत्र है। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि महिला सम्मेलन को सफल बनाने के लिए ममता बनर्जी ने पार्टी के सभी जिला और ब्लॉक अध्यक्ष को छह और सात मार्च को बैठक करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निर्देश में पार्टी नेताओं को महिला दिवस के दिन धर्मतल्ला के मेओ रोड स्थित गांधी मूर्ति के पास होने वाले महिला सम्मेलन में एक लाख से अधिक महिलाओं को जुटाने का भी लक्ष्य दिया गया है। महिलाओं को खुद मुख्यमंत्री संबोधित करेंगी। पार्टी नेताओं के अनुसार ममता बनर्जी बताएंगी कि उनकी सरकार राज्य की महिलाओं के विकास के लिए कन्याश्री से ले कर गरीब लड़कियों की शादी के लिए रूपश्री जैसी योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं से कैसे राज्य की महिलाओं का विकास हो रहा है। इसके साथ ही वे महिलाओं के समक्ष मोदी सरकार की ओर से आईसीडीएस और आशा जैसी अन्य केन्द्रीय योजनाओं की धनराशि कम करने का लेखा-जोखा भी पेश करेंगी और उन्हें बताएंगी के केन्द्र सरकार के इस फैसले से राज्य की महिलाओं का विकास कैसे प्रभावित हो रहा है।