कोलकाता . आवागमन प्रकृति का सास्वत नियम है। व्यवहार से ही मनुष्य की पहचान होती है, श्रीलाल दम्मानी का समाज के सब तरह के लोगों के साथ आपसी तालमेल था। मेरे छोटे भाई की तरह थे। यह बात सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने माहेश्वरी भवन सभागार में माहेश्वरी भवन समिति अन्तर्गत माहेश्वरी भवन समिति अन्तर्गत माहेश्वरी भवन ट्रस्ट बोर्ड की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कही। श्रद्धाजंलि सभा के अध्यक्ष डॉ. विठ्ठल दास मूंधड़ा ने कहा कि पप्पू माहेश्वरी भवन की छोटी से छोटी गतिविधियों की जानकारी रखते थे। प्रारम्भ में हरि कीर्तन बृजमोहन बागड़ी ने किया एवं समिति के मंत्री सुरेश कुमार बागड़ी ने समिति के कार्यकारिणी सदस्य रहे एवं सम्मिलित सभा के प्रतिनिधि श्रीलाल दम्मानी का जीवन परिचय दिया। श्रद्धा सुमन एवं भावांजलि अर्पित करते हुए गणेश मिमानी, गोपाल दास सादानी, माहेश्वरी भवन ट्रस्ट बोर्ड के मंत्री घनश्याम दास दम्मानी, ट्रस्टी शिव किशन दम्मानी, माहेश्वरी सभा ट्रस्ट के ट्रस्टी भगवान दास मूंधड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता स्वप्न बर्मन, बुलाकी दास मिमानी, बृजमोहन बागड़ी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि समाज ने एक सजग प्रहरी खो दिया है। जिसकी पूर्ति निकट भविष्य में होना संभव नहीं है। माहेश्वरी सभा के सभापति पुरुषोत्तम दास मिमानी, उपसभापति द्वय किसन लाल सोनी, मदन मोहन दम्मानी, सभा मंत्री पुरुषोत्तम दास मूंधड़ा, महेश मिमानी, विजय कुमार दम्मानी, सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल, चांद रतन लखानी, चेतन दास लढा, सुरेन्द्र कुमार मूंधड़ा, चांद रतन बिन्नानी आदि अन्य लोगों ने दम्मानी के चित्र पर पुष्प अर्पण किया। दम्मानी परिवार की ओर से उनके बड़े भाई मानिक लाल दम्मानी, मगन लाल दम्मानी, प्रदीप दम्मानी, उनके पुत्र दिनेश दम्मानी उपस्थित थे। शोक प्रस्ताव समिति के सभापति प्रकाश दम्मानी व श्रद्धाजंलि सभा के अध्यक्ष डॉ. मुधड़ा ने पेश किया। शोक सभा का संचालन संजय बिन्नानी ने किया।