scriptmanipulation in group c omr sheet | ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी | Patrika News

ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी

locationकोलकाताPublished: Mar 04, 2023 12:03:34 am

Submitted by:

Rabindra Rai

ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी कर नंबर बढ़ाने का मामला सामने आया है। एसएससी के हलफनामे से साफ हो गया है कि सीबीआइ की ओर से गाजियाबाद से जब्त ओएमआर शीट में अंकित प्राप्तांक 40 हैं वहीं एसएससी के सर्वर में उन्हीं ओमआरशीट में प्राप्तांक 10 लिखे गए है।

ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी
ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी
गाजियाबाद और एसएससी के सर्वर में अलग अलग प्राप्तांक
हाइकोर्ट का बाकी शीट जारी करने का आदेश
कोलकाता. ग्रुप सी ओएमआर शीट में भी हेराफेरी कर नंबर बढ़ाने का मामला सामने आया है। एसएससी के हलफनामे से साफ हो गया है कि सीबीआइ की ओर से गाजियाबाद से जब्त ओएमआर शीट में अंकित प्राप्तांक 40 हैं वहीं एसएससी के सर्वर में उन्हीं ओमआरशीट में प्राप्तांक 10 लिखे गए है। न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने इसपर हैरानी जताई है। सीबीआइ ने गाजियाबाद के नायसा से 3478 ओएमआर शीट जब्त की थीं। एसएससी ने हलफनामे में दावा किया है कि बरामद ओएमआर शीट में से 300 शीट में कोई हेराफेरी नहीं हुई है। हाइकोर्ट ने 9 मार्च को बाकी की ओएमआर शीट जारी करने का आदेश दिया है।
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सुबीरेश से पूछताछ करे सीबीआइ
इससे पहले भी नौवीं-दसवीं शिक्षक नियुक्ति मामले में भी ओएमआर शीट में नंबर बढ़ाने की बात सामने आई थी। न्यायाधीश गांगुली के आदेश पर एसएससी ने ओएमआर शीट को अपने वेबसाइट में अपलोड किया था। एसएससी के हलफनामे को देखकर न्यायाधीश गांगुली ने कहा कि नायसा और एसएससी के सर्वर में प्राप्तांक अलग अलग कैसे दर्ज हो गए? एसएससी की ओर से कहा गया कि उस समय के पदाधिकारियों ने ऐसा किया है। न्यायाधीश गांगुली ने कहा कि उस समय के एसएससी अध्यक्ष सुबीरेश भट्टाचार्य ने ऐसा किया होगा। सीबीआइ को उनसे पूछताछ करनी चाहिए। घोटाले के मामले मे सुबीरेश अभी जेल मे ंहै।
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दो सौ नौकरी चाहने वालों से लिए 16 करोड़
कोलकाता. शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी इडी के हाथ हर रोज नई जानकारियां आ रही है। इडी ने बैंकशाल कोर्ट में शुक्रवार को बताया कि अब तक 10 एजेंटों के बयान बताते हैं कि आरोपी कुंतल घोष ने नौकरी चाहने वाले 200 लोगों से आठ आठ लाख रुपए लिए। कुल 16 करोड़ रुपए लिए गए। यह राशि तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के पास पहुंचाई गई। जांच एजेंसी की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने कुंतल को 17 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इडी ने अदालत को बताया कि कुंतल ने पार्थ चटर्जी, मानिक भट्टाचार्य के प्रभाव का इस्तेमाल किया। प्राथमिक के साथ-साथ उच्च प्राथमिक और नौवीं-दसवीं कक्षा के शिक्षकों की नौकरी चाहने वालों से भी पैसा वसूल किया गया है।
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घोटाले में एक और महिला आई सामने
शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में इडी ने एक और महिला को पूछताछ के लिए शुक्रवार को कार्यालय में तलब किया। महिला का नाम सोमा चक्रवर्ती है। न्यूटाउन में उसका नेल पार्लर है। शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में फंसे तापस मंडल के करीबी कुंतल घोष के बैंक खाते की छानबीन करने पर सोमा का नाम सामने आया। जांचकर्ताओं के मुताबिक कुंतल की गिरफ्तारी से पहले 2020 से 2023 तक उसके खाते में करीब 50 लाख रुपए का लेन-देन हुआ था।
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