कुणाल घोष ने बताया कि राजनीति में प्रताडि़त लोगों के सहायता और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए नवजागरण नाम का गैर राजनैतिक संगठन का निर्माण किया गया है। यह संगठन राज्य में सत्ता के लोभ चल रही हिंसात्मक घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएगा। उनके अनुसार जल्द ही राजनीति व समाज में प्रतिष्ठा पाने वाले कई जाने-माने चेहरे इसका हिस्सा होने वाले हैं।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल से निकाले गए नेता कुणाल के साथ एक नए संगठन की बैठक में सब्यसाची की उपस्थिति ने उनके पार्टी के साथ मनमुटाव की अटकलों को तेज कर दिया है। साथ ही यह भी कयास लगाए जाने लगे हैं जल्द ही वे तृणमूल का दामन छोड़ सकते हैं। हालांकि अब तक इस संगठन का या इनमें शामिल किसी भी नेता का भाजपा से जुड़ाव होने की कोई जानकारी उभरकर सामने नहीं आई है।