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मंत्री का बड़ा दावा, वाम मोर्चा शासन में इतनी अवैध नियुक्तियां

locationकोलकाताPublished: Mar 24, 2023 11:49:47 pm

Submitted by:

Rabindra Rai

राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि वाम मोर्चे के जमाने में 47 हजार अवैध नियुक्तियां हुई हैं। दस्तावेजों को दिखाते हुए उन्होंने भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की विभिन्न रिपोर्ट का हवाला दिया। रिपोर्ट के अनुसार 47,000 से अधिक भर्तियों में अनियमितताएं हुई थीं। वाम मोर्चे के शासन के दौरान एक कॉलेज में माकपा नेता के रिश्तेदार की नियुक्ति के संबंध में उनके विभाग को कुछ विसंगतियां मिली हैं।

मंत्री का बड़ा दावा, वाम मोर्चा शासन में इतनी अवैध नियुक्तियां

मंत्री का बड़ा दावा, वाम मोर्चा शासन में इतनी अवैध नियुक्तियां

भर्ती में विसंगतियों के सबूत जुटा रहा है विभाग
बसु बोले, संबंधित सबूतों का ब्योरा सौंपूंगा सीएम को
कोलकाता. राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि वाम मोर्चे के जमाने में 47 हजार अवैध नियुक्तियां हुई हैं। दस्तावेजों को दिखाते हुए उन्होंने भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की विभिन्न रिपोर्ट का हवाला दिया। रिपोर्ट के अनुसार 47,000 से अधिक भर्तियों में अनियमितताएं हुई थीं। वाम मोर्चे के शासन के दौरान एक कॉलेज में माकपा नेता के रिश्तेदार की नियुक्ति के संबंध में उनके विभाग को कुछ विसंगतियां मिली हैं। विभाग सरकारी विद्यालयों और महाविद्यालयों में इस तरह के और भी मामलों के खिलाफ सबूत इक_ा करने की तैयारी में है। बसु ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ममता सरकार के 12 वर्षों के शासन के दौरान ऐसा नहीं किया गया था, लेकिन चूंकि पूरे तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, इसलिए अब समय आ गया है कि इन मामलों को उजागर किया जाए। उन्होंने कहा कि मैं 1987 में एक माकपा नेता की पत्नी की हुई नियुक्ति की विसंगतियों और संबंधित सबूतों का ब्योरा मुख्यमंत्री को सौंपूंगा।

अनियमितताओं पर श्वेत पत्र जल्द
एक सवाल के जवाब में बसु ने कहा कि उनकी सरकार पश्चिम बंगाल में 34 साल के वाम मोर्चे के शासन में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की नौकरियों में कथित अनियमितताओं के बारे में एक श्वेत पत्र लाएगी, जिसका फैसला अदालत करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा ने कभी भी कॉलेज सेवा आयोग का उचित तरीके से उपयोग नहीं किया, जिस तरह से अब टीएमसी सरकार द्वारा इसका प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा रहा है।

भर्ती मानदंडों का उल्लंघन किया
बसु ने दावा किया कि वाम मोर्चा की सरकार के समय भर्ती मानदंडों का उल्लंघन कर विभिन्न स्कूल-कॉलेजों में माकपा नेताओं के रिश्तेदारों को शिक्षक नियुक्त किया गया था। सुजन चक्रवर्ती की पत्नी मिली चक्रवर्ती कोलकाता के दीनबंधु एंड्रयूज कॉलेज में तीन दशक तक इंस्ट्रूमेंट कीपर थीं। वह 2021 में सेवानिवृत्त हुईं और पेंशन ले रही हैं। ब्रात्य बसु ने कहा कि राज्य सरकार इसकी जांच करेगी या नहीं, इसका फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लेंगीं।

मुख्यमंत्री ने दिया था निर्देश
पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस के सांगठनिक बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने शिक्षा मंत्री को पार्टी के शिक्षक संगठन की जिम्मेदारी थी। साथ ही उन्होंने शिक्ष मंत्री को वर्ष 1990 से 2011 तक शिक्षक पदों पर माकपा नताओं के रिश्तेदारों की हुई नियुक्तियों की सूंची तैयार करने को कहा था।
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श्वेतपत्र जारी करे सरकार: सुजन
माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य की सत्ता में दस साल रहने के बाद तृणमूल कांग्रेस की सरकार वाम मोर्चा सरकार के समय हुई नियुक्तियों की जांच करने की बात कह रही है। उसने पहले इसकी जांच कराने की कोई बात क्यों नहीं की। फिर भी वह जांच कराना चाहती है तो वह इस बारे में श्वेतपत्र जारी करे।
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नियमों का उल्लंघन मतलब अवैध: शुभेंदु
नेता प्रतिपक्ष शुभेन्दु अधिकारी ने कहा कि कागज के एक टुकड़े पर लिखकर सुजन चक्रवर्ती की पत्नी की नियुक्ति को अवैध प्रमाणित नहीं किया जा सकता। मैं बाकी लोगों के बारे में कुछ नहीं कर रहा। लेकिन इन दिनों जो लोग नियमों का उल्लंघन कर नियुक्त किए गए हैं उनकी नियुक्ति अवैध प्रमाणित होगी।

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