पिहू मां की मौत के बाद से ही अपने नानी के घर पर रहती थी। उसकी नानी संधीपुर स्थित एक कारखाने में काम कर गुजारा चलाती थी। उसकी नानी अष्टबाला दलुई ने बताया कि रविवार को वह सुबह पिहू को छोडक़र कारखाने में गई थी। वापस लौटी तो पिहू घर में नहीं थी। उसके बाद आस-पास के लोगों से पिहू के बारे में पूछा। लोगों ने बताया कि उसे सुबह मैदान की तरफ एक कपड़ा लेकर घूमते हुए देखा गया। परिजन उसकी तलाश में पहुंचे तो देखा कि कटहल के पेड़ से कपड़ा झूल रहा है। उसके बाद आस-पास उसकी तलाश की गई तो पता चला कि कटहल के पेड़ के पास तालाब में उसका शव तैर रहा है। उसने आत्महत्या की या किसी ने उसकी हत्या की इस बात का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने इस संबंध में गांव वालों से पूछताछ भी कर इस बात का पता लगा रही है कि अंतिम बार उसके साथ कौन था।