इस बार मानसून ने लेट होने का 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। क्योंकि सामान्य रूप से बंगाल में 8 जून तक मानसून दस्तक देता है इस बार सूखा रहा। 2005 में 20 जून को बंगाल में मानसून आया था। 1983 में 26 जून, 1986 में 20, 1992, 1995 और 2014 में 18 जून, 1993, 2003, 2012 और 2016 में 17 जून को आया था मानसून। इस बार मानसून में देरी का कारण मौसम विशेषज्ञों ने अल नीनो-चक्रवाती तूफान वायु को बताया। इसके अलावा इस वर्ष जून तक बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र नहीं बना।