झूठे-वादे अधर्म-पाप यदि कोई व्यक्ति किसी के साथ छल करे, धोखा दे, झूठे-वादे करे तो यह सरासर अधर्म, पाप है और मानवता के खिलाफ है। मुनि कमलेश ने शनिवार को यह बात कही। साल्टलेक में धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि ने कहा कि कोई किसी भी किसी धर्म का क्यों न हो पूजा-पाठ, नमाज पढ़े लेकिन तीन काल में भी धर्म और भगवान के नजदीक नहीं हो सकता। धोखाधड़ी करने वालों के लिए कानून की 420 धारा के अंदर दंडित किया जाता है। उन्होंने कहा कि देश के सभी राजनीतिक दल चुनावी घोषणा पत्र में वादे कर जनता को गुमराह करते हैं। कौशल मुनि ने मंगलाचरण, घनश्याम मुनि ने विचार व्यक्त किए।