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निगम में चुनिंदा रजिस्ट्रेशन दर्ज, ऐसे में कैसे वसूलेंगे नई रजिस्ट्रेशन फीस

locationकोलकाताPublished: Feb 19, 2017 08:57:00 am

मात्र 72 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने रजिस्ट्रेशन करवा रखा है और उनसे 80 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।

Registration fees

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शहर में बेरोक-टोक धड़ल्ले से सैकड़ों की तादाद में व्यावसायिक प्रतिष्ठान संचालित हो रहे हैं, जबकि नगर निगम के आंकड़ों पर नजर डालें तो मात्र 72 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने रजिस्ट्रेशन करवा रखा है और उनसे 80 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। 
ऐसी स्थिति में बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई करने की बात करना बेमानी होगी। अब स्वायत्त शासन विभाग ने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की रजिस्ट्रेशन फीस में बढ़ोतरी ओर कर दी है। 
रेस्टोरेंट की रजिस्ट्रेशन फीस, जो पहले एक हजार रुपए वसूली जाती थी, उसे बढ़कार 2500 रूपए कर दी है। इसी तरह लगभग सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की रजिस्ट्रेशन फीस में दोगुनी से अधिक वृद्धि की गई है।
 बढ़ी हुई रजिस्ट्रेशन फीस से व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों पर तो वित्तिय भार पड़ेगा ही, वहीं निगम प्रशासन के लिए भी यह चुनौती होगा कि वे एक हजार रुपए ही नहीं वसूल पा रहे थे, तो अब 2500 रूपए कैसे वसूलेंगे।
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का बढ़ी फीस 

कैटेगरी पहले अब 

रेस्टोरेंट 1000 2500

बेकरी 500 1000

मिठाई दुकान 1000 1000

पान व चाय दुकान 1000 1000

वाणिज्य संस्था 1000 3000
मांस-मच्छी, अंडे की दुकान 500 1000

फैक्ट्री, मिठाई,नमकीन कारखाने 2000 3000

पहले

होटल सिंगल बेडरूम 200, डबल बेडरूम 500 और हॉल के लिए 1500 रू. प्रति वित्तीय वर्ष

अब

10 कमरे तक 5000, 20 कमरे तक 10000, 20 से अधिक 15000, टू व थ्री स्टार होटल 15000 रू.
पहले

रेस्टोरेंट एसी 50 चेयर तक 5000 और इससे अधिक चेयर होने पर 10000 रू.

अब

ब्यूटी पार्लर 1000, जिम 2000 और स्वीमिंग पूल का 1000 रजिस्टे्रशन फीस लगेगी।

अटकी 90 फाइलें
निगम सूत्रों का कहना है कि मार्केट लाइसेंस एवं राजस्व समिति की बैठक नहीं होने से व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आवदेन की गई करीब 90 फाइलें अटकी हुई है।

सैकड़ों प्रतिष्ठान
शहर में सैकड़ों व्यावसायिक प्रतिष्ठान संचालित हो रहे हैं। 90 फीसदी बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे हैं और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। निगम गंभीरता रखे तो लाखों रुपए का राजस्व प्राप्त हो सकता है।
सर्वे करवाकर करेंगे कार्रवाई 

शहर में बिना रजिस्ट्रेशन के व्यावसायिक गतिविधियां संचालित करने वालों का सर्वे करवाकर कार्रवाई की जाएगी। पुरानी रिकवरी की वसूली की जाएगी। अब नगर निगम में बिना रजिस्ट्रेशन करवाए व्यवसाय संचालित नहीं कर पाएंगे। 
-आरके जायसवाल, आयुक्त नगर निगम

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