scriptJP Nadda’s attack on Mamta: नड्डा ने बंगाल के लोगों से किया ममता सरकार को जड़ से उखाड़ फेकने का अह्वान | Nadda calls on the people of Bengal to uproot Mamata's government | Patrika News

JP Nadda’s attack on Mamta: नड्डा ने बंगाल के लोगों से किया ममता सरकार को जड़ से उखाड़ फेकने का अह्वान

locationकोलकाताPublished: Jul 06, 2020 05:50:38 pm

Submitted by:

Manoj Singh

जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल में राजनीति के अपराधीकरण ने नई ऊंचाइयों को छू लिया है, अब हम सभी बंगाल में कटमनी के पैसे के बारे में सुनते हैं। हमे कटमनी मांगने वाले इन नेताओं के आकार को काट देने की जरूरत है।

JP Nadda attack

JP Nadda attack

कहा, पद के लिए कुछ भी करने को मुख्यमंत्री तैयार, राज्य के विचारों को कुंठित कर रही है राज्य सरकार

बंगाल का गौरव वापस लाने के लिए राज्य में भाजपा सरकार बनाने का ले संकल्प
कोलकाता
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पद के लिए कुछ भी करने, राजनीति के अपराधीकरण और भ्रष्टाचार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का आरोप लगाते हुए उनकी सरकार को जड़ से उखाड़ फेकने के लिए व्यापक अभियान छेड़ा। उन्होंने लोगों से पश्चिम बंगाल का पूराना गौरव वापस लाने के लिए संकल्प लेने का अह्वान किया और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तुष्टीकरण की नीति के खिलाफ लड़ने वाला योद्दा बताया।
जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के 119 वीं जयन्ति के मौके पर पश्चिम बंगाल में आयोजित आभासी रैली को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बंगाल में राजनीति के अपराधीकरण ने नई ऊंचाइयों को छू लिया है, अब हम सभी बंगाल में कटमनी के पैसे के बारे में सुनते हैं। हमे कटमनी मांगने वाले इन नेताओं के आकार को काट देने की जरूरत है। बंगाल को पुराना गौरव वापस स्थापित करने के लिए बंगाल की मौजूदा सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने और भाजपा की सरकार बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बंगाल में जन्मे श्यामा प्रसाद मुखर्जी विचारों का बहता हुआ प्रवाह थे और उन्होंने कभी भी पद की परवाह नहीं की। अपने विचारों के लिए वे पद और पार्टियां छोड़ते गए। लेकिन उसी बंगाल में अब पद के सिवाय कुछ भी नहीं। पद के लिए सब कुछ करने को तैयार है। यहां इस राजनीतिक प्रतिद्वन्दियों को झूठे मामले में जेल में डाल दिया जा रहा है। उन्हें गृहबंदी कर दिया जा रहा है। अम्फान और कोरोना महामारी रोकने के लिए लॉकडाउन के दौरान भाजपा नेताओं को सेवा नहीं करने दिया जा रहा है। यह दुःखद और बंगाल के लिए संकट का संकेत है। यहां की सरकार बंगाल के विचारों को कुुंठित कर रही है।
आभासी रैली में उनके साथ दिल्ली मंच पर केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, देवश्री चौधरी, दार्जिलिंग से पार्टी सांसद राजू बिष्ठ और स्वपन दासगुप्ता थे और कोलकाता के मंच पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राहुल सिन्हा थे। इसके अलावा राष्ट्रीय सिचव (संगठन) श्रीप्रकाश, बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सह प्रभारी अरविन्द मेनन और मुकुल राय इस रैली में शामिल थे।
रैली से जुड़े लोगों से नड्डा ने कहा कि जिस श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बंगाल में शिक्षा को ऊचाईयों पर ले गए। बंगाल ने देश को दृष्टी दी। बंगाल जो आज सोचता है देश वह कल सोचता है। इसकी यही चरित्र और छवि रही है। लेकिन अब के बंगाल की शिक्षा व्यवस्था रसातल में चला गया है। इसका राजनीतिकरण कर दिया गया है। यह बंगाल के लिए दुःखद और भाजपा के लिए श्यामा प्रसाद के अनुरूप बंगाल की शिक्षा को ऊचाईयों पर ले जाने का संकल्प लेने का समय है।
नड्डा ने कहा कि अखंड भारत के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जवाहरलाल नेहरू की “तुष्टीकरण की राजनीति” का विरोध करते हुए एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान व्यवस्था समाप्त करने की लड़ाई लड़ते हुए प्राण गवाया था। ऐसे में उनकी जयंति पर मोदी सरकार ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर उनका सपना पूरा किया है। यही उनकी सच्ची श्रद्धांजली है।
उन्होंने कहा कि मुखर्जी के राष्ट्र में योगदान के बारे में बोलते हुए, नड्डा ने जोर देकर कहा कि जनसंघ के संस्थापक के प्रयासों के कारण ही पश्चिम बंगाल और पंजाब का बड़ा हिस्सा भारत के साथ हैं।
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