-ये हैं सबसे ज्यादा प्रभावित स्थान महानगर के पॉश इलाकों को छोडक़र शायद ही कोई ऐसा स्थान हो, जहां यह समस्या न हो। सबसे ज्यादा समस्या बड़ाबाजार, स्ट्रैंड रोड में है। इसके अलावा महात्मा गांधी रोड, बहूबाजार, राजा राममोहन सरणी, विधान सरणी, हाथीबागान, श्यामबाजार, कॉलेज स्ट्रीट, पार्क सर्कस, धर्मतल्ला सहित उत्तर-मध्य और दक्षिण कोलकाता के लगभग सभी इलाकों में तारों के मकडज़ाल को देखा जा सकता है। बिजली के लटकते तारों के मामूली हवा में टूटकर गिरने से कभी भी अनहोनी की आशंका बनी हुई है। एमजी रोड स्थित पाटुआटोला निवासी दुकानदार रंजीत और स्थानीय निवासी नितिन सहित कई बाशिंदों ने बताया कि गलियों में बिजली के तार लटकते रहते हैं। इस संबंध में कई बार प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हुआ।
खंभों में लटक रहे सर्विस लाइन के गुच्छे अनेक बिजली के खंभे ऐसे हैं जहां सर्विस लाइन में सैकड़ों लोगों के बिजली कनेक्शन हैं। इन खंभों से ही मकड़ी के जाल और गुच्छेनुमा तार लटक रहे हैं।
मेयर के निर्देशों की भी उड़ी धज्जियां पिछले माह ही बागड़ी मार्केट अग्निकांड के बाद दमकल मंत्री होने के नाते मेयर शोभन चटर्जी ने महानगर में इधर-उधर बेतरतीब तरीके से खंभों पर लटके बिजली सहित केबल के तारों को हटाने के भी निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए थे ताकि कोई अनहोनी न हो सके। इसके बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं।हालात यह है कि महानगर से सटे इलाकों में लोगों को अंडरग्राउंड लाइन का सपना दिखाना तो दूर बल्ली के सहारे बिजली की आपूर्ति हो रही है।