क्या है प्रोस्टेट कैंसर? प्रोस्टेट ग्रंथि केवल पुरूषों में पाई जाती है, जो प्रजनन प्रणाली का एक हिस्सा है। धीमा जहर के नाम से जाना जाने वाला प्रोस्टेट कैंसर प्रोस्टेट की कोशिकाओं में बनने वाला एक प्रकार का कैंसर है। पौरूष ग्रंथि में कई प्राकर की कोशिकाएं पाई जाती है। सभी प्रोस्टेट कैंसर, ग्रंथि कोशिकाओं से विकसित है। अन्य प्रकार के प्रोस्टेट कैंसर कम पाए जाते हैं। प्रोस्टेट कैंसर आमतौर पर बहुत धीमी गति से बढ़ता है और ज्यादातर रोगियों में तब तक लक्षण नहीं दिखाई देता जब तक कैसर गंभीर रूप धारण कर न लें। प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों में से अधिकांश की मौत कई कारणों से होती है। कई मरीजों को मालूम ही नहीं होता कि उन्हें प्रोस्टेट कैंसर हैं। एक बार प्रोस्टेट कैंसर विकसित हो गया तो यह बाहर की तरफ फैलने लगता है और खतरनाक हो जाता है। यदि प्रोस्टेट कैंसर का समय रहते जांच हो जाए तो इसके इलाज में ज्यादा सफलता मिलने की संभावना होती है।
10 प्रमुख कैंसरों में से एक आंकड़ों का हवाला देते हुए चिकित्सकों ने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर भारत में होने वाले 10 प्रमुख कैंसरों में से एक है। ग्लोबोकोन की रिपोर्ट के अनुसार 5 साल तक जीवित रहने की दर 59 साल की आयु तक ५५ फीसदी, ६० से ६९ साल की उम्र तक 74 प्रतिशत होने की आशंका ज्यादा रहती है। प्रोस्टेट कैंसर राजधानी नई दिल्ली, कोलकाता, पुणे, तिरूवनंपुरम, बेंगलुरू और मुबंई में होने वाले कैसरों में तीसरा और भारत की बाकी जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्रीज में 10 प्रमुख कैंसरों में शामिल है। भारत के सभी क्षेत्र इस कैंसर से प्रभावित हैं और लगातार तीव्र गति से इसमें बढ़ोतरी हो रही है। प्रोस्टेट कैंसर के मुख्य लक्षणों में पेशाब करने में परेशानी शामिल हैं, लेकिन ज्यादातर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देता।