कोलकाता नगर निगम को इससे जुड़ी कई शिकायतें मिल चुकी है। इन शिकायतों को मद्देनजर रखते हुए निगम ने शहर के पियाऊ के जल की गुणवत्ता की जांच करने का फैसला लिया है। साथ ही निगम के स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को नियमित शहर के सभी पियाऊ की साफ-सफाई और उनके रख-रखाव की व्यवस्था पर नजर रखने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
किसी भी निजी संस्था के पियाऊ के रखरखाव में गड़बड़ी पाई गई तो निगम अपने पाइपलाइन से जुड़ा उसका कनेक्शन काट देगा। यही नहीं, उक्त संस्था को दुबारा पियाऊ लगाने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
कोलकाता नगर निगम के उपमेयर अतिन घोष ने बताया कि ये निजी संस्थाए निगम की पाइपलाइन से कनेक्शन जोडक़र पथचारियों के लिए ठंडे पानी का पियाऊ लगवाती है। लेकिन कई जगहों से इनकी मशीनों में साफ-सफाई की कमी व रख-रखाव में अनियमितता बरतने की शिकायतें आ रही हैं। उक्त शिकायतों के आधार पर निगम ने यह अहम फैसला लिया है।
साथ ही कहा कि पियाऊ लगाने वाली संस्था को अपना पियाऊ हटाने से पूर्व तक उसके साफ-सफाई व रख-रखाव की जिम्मेदारी उठानी होगी। किसी तरह की त्रुटि पाई जाने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी।