सीएम ममता के भतीजे जय श्री राम पर यह क्या बोल गए
कोलकाताPublished: Jun 05, 2019 03:58:01 pm
देवी-देवताओं की तुलना टीआरपी से क्यों
सीएम ममता के भतीजे जय श्री राम पर यह क्या बोल गए
कोलकाता
लोकसभा चुनाव रूपी सेमीफाइनल में बाजी मारने के बाद अब भाजपा की निगाहें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव रूपी फाइनल पर टिक गई हैं। यही वजह है कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल कोई भी बड़ा मुद्दा बन रहा है। चाहे वो जय श्री राम के नारे को लेकर मचा सियासी बवाल ही क्यों न हो। भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में टकराव साफ-साफ नजर आ रहा है। दोनों पार्टी सत्ता की जंग में एक इंच जमीन भी नहीं छोडऩा चाहती है। बंगाल में शाह मिशन के लगभग सफल होने के बाद अब भाजपा बंगाल मिशन 2021 की तैयारी में लग गई है। पार्टी को कुछ मुद्दे तो अपने आप मिल जा रहे हैं, या यूं कहे तृणमूल खुद कुछ मुद्दे भाजपा को थाली में परोस कर दे रही है। इसी में से एक है जय श्री राम को लेकर मचा सियासी घमासान। जब लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम ममता बनर्जी अपने काफिले के सामने जय श्री राम के नारे पर भड़क गई तो भाजपा समर्थकों ने नैहाटी व भाटपाड़ा में इसे आजमाया। यहां यह मामला और भड़क उठा है। ममता ने नारे लगाने वालों को खूब खरी खोटी सुनाई। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर जोरदार हमला किया है। तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि लोगों ने मुझे बताया कि दिलीप घोष ने कहा है कि जय श्रीराम के साथ जय मां काली के भी नारे लगाएं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि ममता बनर्जी वहां थीं इसी वजह से अचानक राम की टीआरपी नीचे चली गई और मां काली की टीआरपी ऊपर हो गई।
बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत के बाद कहा है कि पश्चिम बंगाल में हमारे नारे जय श्री राम और जय महाकाली होंगे। बंगाल महाकाली की धरती है। हमें मां काली का आशीर्वाद चाहिए। बीजेपी ने राज्य के लिए अपने नारों की सूची में जय महा काली ऐसे समय में शामिल किया है, जब टीएमसी ने बीजेपी पर बाहरी लोगों की पार्टी होने का आरोप लगाया जो बंगाल की संस्कृति नहीं समझते हैं।
राज्य में अपनी जड़ें मजबूत करने में लगी भाजपा ने जय श्री राम के साथ ही जय मां काली के नारे को भी जोडऩे का फैसला किया है। आम बंगाली जनमानस तक पहुंचने की कोशिश के तहत पार्टी के नेताओं ने ऐसा नारा तैयार किया है, जिससे लोगों में ऐसा संदेश ना जाए कि बीजेपी गैर-बंगाली पार्टी है। इसी के मद्देनजर भाजपा ने एक बड़ा दांव चलते हुए अब जय श्रीराम के नारे के साथ जय मां काली जोड़ लिया है। जबकि ममता बनर्जी मुस्लिम समुदाय को आश्वस्त करने में जुटी हैं कि उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है।
लोकसभा चुनावों के बाद पहली सांगठनिक बैठक में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल को लेकर विस्तार से चर्चा की। इसमें अगले 6 महीनों के दौरान प्रदेशभर में घूम-घूमकर संपर्क अभियान चलाने की तैयारी पर चर्चा हुई। बीजेपी के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में बीजेपी का प्रचार तब तक अधूरा रहेगा, जब तक टीएमसी सरकार सत्ता से बाहर नहीं हो जाती और बीजेपी के नेतृत्व में नई सरकार नहीं बन जाती।