बर्दवान विश्वविद्यालय में नहीं हुई रैगिंग : जांच कमेटी
कोलकाताPublished: Nov 11, 2019 04:07:55 pm
– यूजीसी को भेजी जांच रिपोर्ट
बर्दवान विश्वविद्यालय में नहीं हुई रैगिंग : जांच कमेटी
कोलकाता बर्दवान विश्वविद्यालय की एंटी रैगिंग कमेटी की जांच के दौरान विश्वविद्यालय में रैगिंग की घटना सामने नहीं आई है। पिछले दिनों विश्वविद्यालय में रैगिंग से जुड़े मामले की रिपोर्ट विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भेजी गई है। प्रबंधन का कहना है कि रैगिंग की शिकायत का कोई सबूत नहीं है।
एंटी-रैगिंग कमेटी ने भी अपनी जांच रिपोर्ट में उल्लेख किया कि शिकायतकर्ता ने झूठे आरोप लगाए हैं। विश्वविद्यालय कमेटी की ओर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी जा रही है। सूत्रों के अनुसार शिकायतकर्ता छात्र शेख सुजाउद्दीन ने 25 अक्टूबर को पहले बर्दवान पुलिस स्टेशन में रैगिंग की शिकायत की थी। उसके बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ई-मेल करके शिकायत की थी। छात्र ने आरोप लगाया था कि छात्रावास में उसके साथ शारीरिक और मानसिक अत्याचार किया गया। आधी रात को हॉस्टल से बाहर भी कर दिया गया। कुलपति निमाई चंद्र साहा ने घटना की जांच के आदेश दिए। जांच के बाद पता चला कि झूठे आरोप लगाकर विश्वविद्यालय और छात्रावास को बदनाम किया जा रहा है। जांच क मेटी की ओर से बताया गया कि छात्र सुजाउद्दीन रैगिंग से जुड़ा कोई सबूत नहीं दे पाया है। यह सिर्फ दो लोगों के बीच का झगड़ा था। बर्दवान विश्वविद्यालय के कुलपति के नेतृत्व में गुरुवार को एंटी-रैगिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में डीएसपी बीरेंद्र कुमार पाठक, रजिस्ट्रार तफजल हुसैन, डिप्टी मजिस्ट्रेट और जिला प्रशासन के अन्य सदस्य उपस्थित थे।