प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि नामांकन के पहले दिन से ही राज्य में अराजकता और हिंसा का वातावरण है। जनता को चुनावी प्रक्रिया से दूर रखने के लिए प्रशासन, पुलिस और तृणमूल कांग्रेस मिलकर साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रभाव वाले मुर्शिदाबाद और मालदह के अलावा अन्य जिलों में नामांकन केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस के लोग भीड़ जमाए हुए हैं। वे लोग विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को नामांकन पत्र लेने व जमा देने में बाधा डाल रहे हैं।
विपक्ष को याद आ रहीं पूर्व निर्वाचन आयुक्त मीरा पांडे-
विपक्ष को याद आ रहीं पूर्व निर्वाचन आयुक्त मीरा पांडे-
2013 के पंचायत चुनाव में सुर्खियों में रहीं तत्कालीन राज्य निर्वाचन आयुक्त मीरा पांडे विपक्ष को याद आ रही हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि स्थानीय प्रशासन की निगरानी में पंचायत चुनाव का मतलब सरकारी चुनाव होना है। वर्तमान निर्वाचन आयुक्त अक्षम तथा सरकार की कठपुतली हैं। अधीर के अनुसार मीरा पांडे ही थीं जो पंचायत चुनाव में केंद्रीय बल की मांग पर राज्य सरकार से लोहा लेते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची थीं।