इस अभियान का लक्ष्य अपने सदस्यों की संख्या बढ़ा कर दो लाख करना है। वर्ष 2017 के सदस्यता अभियान के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में लगभग 55,000 हमारे सदस्य हैं। बंगाल के लोग विहिप और इसकी गतिविधियों में रुचि दिखा रहे हैं। हम अपने लक्ष्य प्राप्त करने के प्रति आशान्वित हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित भगवा खेमे ने पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल में गहरी पकड़ बना ली है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत हासिल की, जो सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के 22 से केवल चार कम है। अपने हालिया सदस्यता अभियान के दौरान, भाजपा ने राज्य में 78 लाख सदस्यता को चौंका दिया है।
इस दौरान सचिंद्रनाथ सिंघा ने राज्य की ममता बनर्जी की सरकार के विपरित बंगाल में एनआरसी लागू कर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों को देश से बाहर करने और बांग्लादेश से आए हिन्दू और अन्य शरणार्थियों के हित को राष्ट्रीय नागरिक संशोधन बिल पास कराने की मांग की।
सचिंद्रनाथ सिंघा ने कहा कि बांग्लादेश की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों में जनसांख्यिकी यानि डेमोग्राफी तेजी से बदल गई है। पिछले 10 सालों में बांग्लादेशी मुसलमानों ने घुसपैठ कर राज्य के सीमावर्ती इलाकों की जनसांख्यिकी पूरी तरह से बदल कर रख दी है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल की 60 विधानसभा सीटों की जनसांख्यिकी पूरी तरह से बदल गई है। इन क्षेत्रों में मुस्लिम बहुमत में है और राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए तृणमूल कांग्रेस इन विधानसभा सीटे जीतने के लिए ेएनआरसी का विरोध कर रही है।
इन इलाकों में रह रहे बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों को देश से भगा कर क्षेत्र की जनसाख्यिकी में सुधार करने और बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों से आए हिन्दू शरणार्थियों को नागरिकता देने बसाने और उन्हें भारतीय नागरिकता देने के लिए एनआरसी लागू किया जाए।