scriptहम चलते हैं जब ऐेसे, तो दिल दुश्मन के हिलते हैं.. | on sergical strike an army weapons exhibition was held at kolkata | Patrika News

हम चलते हैं जब ऐेसे, तो दिल दुश्मन के हिलते हैं..

locationकोलकाताPublished: Sep 29, 2018 10:57:33 pm

Submitted by:

Shishir Sharan Rahi

प्रदर्शनी में 90 से लेकर 18000 मीटर तक मार करने वाले हथियारों को प्रदर्शित किया गया था, सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे

kolkata

हम चलते हैं जब ऐेसे, तो दिल दुश्मन के हिलते हैं..

कोलकाता. हम चलते हैं जब ऐेसे, तो दिल दुश्मन के हिलते हैं...सर्जिकल स्ट्राइक में हिन्दुस्तानी सेना ने इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिया था, जिसकी झलक सेना के पूर्वी कमान ने शनिवार को प्रिसेंप घाट में सर्जिकल स्ट्राइक में इस्तेमाल होने वाले सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी लगाकर अपने शौर्य से आम नागरिकों को रूबरू कराया। प्रदर्शनी का अवलोकन करने आए बड़ी संख्या में महानगर के स्कूली छात्र-छात्राओं, महिलाओं, युवाओं, एनसीसी कैडेट्स सहित अन्य ने हैरतअंगेज होकर सेना के हथियारों को देखा और गर्व महसूस किया। प्रदर्शनी में 90 से लेकर 18000 मीटर तक मार करने वाले हथियारों को प्रदर्शित किया गया था। सर्जिकल स्ट्राइक के 2 साल पूरे होने पर प्रिसेंप घाट में आयोजित सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी के दौरान पीओके में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने वाले एक से बढक़र एक हथियारों को देखने आए दर्शकों ने कहा कि उन्हें भारतीय सेना पर फक्र है। सभी ने एक स्वर में कहा कि प्रिसेंप घाट में पराक्रम के शौर्य पर्व पर लगी सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी ने कोलकाता वासियों में देशभक्ति का जोश, जज्बा और जुनून जगा दिया। सर्जिकल स्ट्राइक में इस्तेमाल किए गए सैन्य हथियारों की कार्यप्रणाली से परिचित हुए।
—-सर्जिकल स्ट्राइक में स्पेशल फोर्सेस द्वारा आतंकियों के 7 लांचिंग पैड को ध्वस्त किया गया था
—–4 घंटे में ऑपरेशन पूरा;
29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 2 साल पहले इसी दिन 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने सीमापार जाकर दुश्मन देश में घुसकर कई आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था। भारत के इन जाबांज जवानों के साहस से दुनिया दंग रह गई थी। सेना के इस ऑपरेशन को सर्जिकल स्ट्राइक कहा गया था। सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था, यहां तक कि इसमें कितने जवान शामिल थे और वे कौन थे उनकी पहचान को भी पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था। इस ऑपरेशन की कई बातें अभी तक लोगों को सामने नहीं आई है। भारतीय सेना अब तक सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर 2 वीडियो जारी कर चुकी है। ऑपरेशन की अगुवाई करने वाले पूर्व नगरोटा कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र निम्भोडक़र के मुताबिक, ‘तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया था। मैंने इस बारे में एक सप्ताह पहले जवानों से बात की थी लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक कहां पर करना है इसके बारे में कोई जानकारी उन्हें नहीं दी। जवानों को सर्जिकल स्ट्राइक के जगह के बारे में जानकारी एक दिन पहले हुई।’
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो