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मालदह और राजयगंज में हुई और एक-एक बच्चे की मौत

locationकोलकाताPublished: Sep 18, 2021 11:31:09 pm

Submitted by:

Krishna Das Parth

बढ़ रही प्रभावित बच्चों की संख्या-मालदह मेडिकल कॉलेज में प्रभावितों की भीड़- हर गतिविधियों पर नजर रख रही स्वास्थ्य विभाग की टीम- राज्य के वरिष्ठ चिकित्सक कर रहे जिला चिकित्सकों से बातचीत

मालदह और राजयगंज में हुई और एक-एक बच्चे की मौत

मालदह और राजयगंज में हुई और एक-एक बच्चे की मौत

kolkata.
बंगाल में अज्ञात बुखार से हो रही बच्चों की मौत पर अभी ब्रेक नहीं लगा है। प्रदेश के मालदह और राजयगंज में शनिवार को भी एक-एक बच्चे की मौत हुई। इसको लेकर अब तक कुल 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। उत्तर बंगाल के रायगंज, मालदह और पुरुलिया के विभिन्न अस्पतालों में सौ से अधिक बच्चे शनिवार को भी भर्ती हुए। स्थिति को नियंत्रण करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग का एक प्रतिनिधि दल फिलहाल उत्तर बंगाल के दौरे पर है।
सूत्रों के मुताबिक, पांच महीने के बच्चे को बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी शनिवार को मौत हो गई। अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे की गंभीर स्थिति के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। रायगंज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 10 साल की बच्ची की मौत हो गई। मृतक का घर हेमताबाद थाने के इस्लामपुर में है। बच्ची को पिछले गुरुवार को बुखार और सांस लेने में तकलीफ के साथ भर्ती कराया गया था। लडक़ी की शारीरिक स्थिति में अचानक गिरावट होने के कारण शनिवार को उसकी मृत्यु हो गई। अस्पताल की ओर से मौत का कोई सटीक कारण नहीं बता बताया गया।
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर बंगाल (North Bengal) के मालदह मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (Maldah Medical College and Hospital) में अज्ञात बुखार लेकर आने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है। बढ़ते हुए इन मामलों पर शनिवार को मालदह मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के वाइस प्रिंसिपल पुरंजय साहा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड में फिलहाल 135 बच्चे भर्ती हैं। पिछले 24 घंटे में 66 नए भर्ती हुए हैं। अज्ञात बुखार से बीमार बच्चों के इलाज के लिए 24 पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट बेड बनाए गए हैं।
पहुंची विशेष टीम

इधर राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की विशेषज्ञ टीम उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Expert team of Health Department, Government of West Bengal reached at North Bengal Medical College Hospital) सहित राज्य के सभी अस्पतालों में पहुंच रहे बीमार शिशुओं की हालत को लेकर बातचीत कर रही है। इसके साथ ही ऐसे बुखार वाले बच्चों का इलाज कैसे किया जाए, इस पर स्वास्थ्य विभाग पहले ही एक एसओपी तैयार कर चुका है। इसे राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भेजा जा रहा है। मालूम हो कि शुक्रवार तक मौत का आंकड़ा 8 था। इधर एसएसकेएम के माईक्रोबायोलाजी वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजा राय भी विशेष रूप से इन मामले पर ध्यान दे रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लगातार मॉनिटरिंग कर रही है।
हर मामले पर रख रहे नजर

राज्य के कई जिलों में अज्ञात बुखार के कारण बच्चों की बीमारी के बढ़ रहे मामलों को लेकर शनिवार को कोलकाता नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुब्रत राय चौधरी ने कहा कि कोलकाता में घबराने की कोई बात नहीं है। अज्ञात बुखार के एक-दो मामले ही आ रहे हैं , लेकिन इससे डरने की कोई बात नहीं है। अभी मौसम बदलने का समय है। देखा जा रहा है कि वायरल फीवर, इनफ्लुएंजा और स्क्रब टायफस से बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। बच्चे चार-पांच दिन के अंदर ठीक हो जा रहे हैं। इसलिए डरने की कोई बात नहीं है। हर एक स्थिति पर हमारी नजर लगी हुई है।
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