हाल तक कोलकाता और इसके आसपास के बाजारों में आलू प्रति किलो 14 से 15 रुपए की दर से बिक रहा था। लेकिन पिछले सप्ताह एक ही बार में इसकी कीमत में तीन से पांच रुपए वृद्धि हो गई। अब बाजारों में आलू प्रति किलो 18 से 20 रुपए की दर से बिक रहा है। कोल्ड स्टोरेज मालिक आलू की कीमत में आई तेजी को सामान्य और अल्पकालीन करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव के कारण अचानक बाजार में आलू की कीमत बढ़ी है। 14 मई को पंचायत चुनाव होने की घोषणा के कारण कोल्ड स्टोरेज को श्रमिक नहीं मिल रहे हैं। कोल्ड स्टोरेज से बाजारों में आलू की आपूर्ति कम हो रही है। इस कारण अचानक आलू की कीमत बढ़ गई है।
नहीं आ रहे श्रमिक
वेस्ट बंगाल कोल्ट स्टोरेज एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीएसए) के पूर्व अध्यक्ष रामपद पाल ने कहा कि पंचायत चुनाव के कारण श्रमिक काम पर नहीं आना चाह रहे हैं। इस लिए कोल्ड स्टोरेज से बाजारों में मांग का कुछ ही हिस्सा आलू की आपूर्ति कर पा रहे हैं। पंचायत चुनाव बाद मजदूर मिलने पर स्थिति में सुधार आएगा।
अब कोल्ड स्टोरेज से आलू
वेस्ट बंगाल कोल्ट स्टोरेज एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीएसए) के अध्यक्ष पतित पावन डे ने कहा कि अब तक बाजार में आलू सीधे किसानों के यहां से आता था। किसानों के आलू का स्टॉक खत्म हो गया है और अब आलू कोल्ड स्टोरेज से बाजार में आ रहा है। इस कारण आलू की कीमत में तेजी आई है। पतित पावन ने कहा कि आलू की कीमत सिर्फ बंगाल में ही नहीं बढ़ी है, बल्कि ओडिशा सहित अन्य पड़ोसी राज्यों में भी बढ़ी है। कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने और वहां से बाजार ले जाने में खर्च के कारण प्रति किलो आलू की कीमत में अतिरिक्त चार से पांच रुपए बढ़ जाते हैं।
उधर दाम बढ़ेंगे तो इधर भी बढ़ेगी कीमत पोस्ता बाजार के थोक विक्रेता शिवू मालाकार ने बताया कि बाजार में आलू की आपूर्ति कुछ समय के लिए प्रभावित रहेगी और दूसरे राज्यों में आलू की मांग बढऩे पर ज्योति किस्म के आलू की कीमत प्रति किलो 20 रुपए होने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि आलू की कीमत बंगाल में कम पैदावार होने के कारण नहीं बढ़ी है, इस साल बंगाल में 100 लाख टन आलू की पैदावार हुई है। यह पिछले साल से 10 प्रतिशत कम है। लेकिन अन्य उत्पादन करने वाले राज्यों में आलू उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दूसरे राज्यों में आलू की मांग बढऩे पर बंगाल में आलू की कीमत भी बढ़ेगी।
– – स्थिति पर सरकार की नजर
राज्य के कृषि विपणन मंत्री तपन दासगुप्ता ने कहा कि उनका विभाग बाजार पर पैनी नजर रखे हुए है। सरकार राज्य के बाजारों में आलू उपलब्ध कराने की सभी संभव प्रयास कर रही है। बेवजह आलू की कीमतें बढऩे से रोकेगी। उनकी सरकार आलू उत्पादन करने वाले किसानों के हित की रक्षा करना चाहती है, जिन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था।